सिद्धू की बयान पी.एम मोदी के खिलाफ्फ़- "किसान दिल्ली बॉर्डर पर 1.5 साल बैठे रहे और आप 15 मिनट फंसे तो "आऊं" हो गई":
बुधवार को सुरक्षा कारणों से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की फिरोजपुर रैली रद्द होने का मुद्दा थमता नहीं दिख रहा। भाजपा जहां इसे लेकर बेहद हमलावर दिख रही तो वहीं पंजाब की कांग्रेस सरकार भी जवाब देने से पीछे नहीं हट रही। कभी भाजपा में रहे और इस समय पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा है कि फिरोजपुर की रैली में कुर्सियां खाली थीं। ध्यान भटकाने के लिए सुरक्षा का मुद्दा उठाया जा रहा।
ध्यान भटकाने के लिए उठया जा रहा सुरक्षा में चूक का मामला- सिद्धू
बता दे कि बरनाला में एक रैली के दौरान पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा कि पीएम की रैली में लोग नहीं पहुंचे थे। कुर्सिया खांली पड़ी हुई थी। बस इसीलिए सुरक्षा में चूक के मामले को ध्यान भटकाने की खातिर उठाया जा रहा है। सिद्धू ने कहा कि हमारे किसान भी दिल्ली की सीमाओं पर 13 महीने डटे रहे थे।
पंजाब सरकार ने मामले में तीन सदस्यीय उच्च स्तरीय कमेटी बनाई है
इन सबके बीच पंजाब के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी ने फिरोजपुर में बीजेपी की निर्धारित रैली से पीएम मोदी के वापस लौट जाने पर खेद जाहिर किया है। हालांकि उन्होंने इस मामले में किसी भी तरह की सुरक्षा चूक से इनकार किया था। बता दें कि पंजाब सरकार द्वारा मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय उच्च स्तरीय कमेटी गठित की गई है।
पीएम मोदी फ्लाइओवर पर 20 मिनट फंसे रहे
बता दें कि बुधवार को पंजाब के दौरे पर गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में उस वक्त चूक की घटना हुई जब कुछ प्रदर्शनकारियों ने उस सड़क मार्ग को अवरुद्ध कर दिया जहां से पीएम को गुजरना था और इस कारण वह एक फ्लाईओवर पर 20 मिनट तक फंसे रहे। इस कारण पीएम मोदी के काफिले को वापस लौटना पड़ा। बाद में फिरोजपुर में उनकी एक प्रस्तावित रैली व विकास योजनाओं के शिलान्यास संबंधी कार्यक्रम को भी स्थगित करना पड़ा था। वहीं इस घटना पर, केंद्रीय गृह मंत्रालय ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए पंजाब सरकार से इस चूक के लिए एक रिपोर्ट मांगी है और इसके लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कठोर कार्रवाई को कहा है।