रोहतास जिले के दरिगांव ओपी थाना क्षेत्र के महारनियां गांव से होटल व्यवसायी मुन्ना सिंह को सफारी गाड़ी से हथियारबंद अपराधियों ने अपहरण कर लिया था।होटल व्यवसायी के अपहरण के दौरान उसके साथ मारपीट भी की गई थी।डेढ़ करोड़ रुपये की फिरौती की मांग को लेकर होटल व्यवसायी के अपहरण में बिहार और उतर प्रदेश के अपराधी और अपहरणकर्ता शामिल थे। इस बात का खुलासा अपहृत होटल व्यवसायी मुन्ना सिंह की बरामदगी और अपहरण में शामिल सात अपराधियों एवं अपहरणकर्ताओं की गिरफ्तारी के बाद हुआ है।रोहतास पुलिस ने अपहरण करने वाले अपराधियों को तो दबोचा ही है साथ ही अपराधियों के पास से अपहरण में इस्तेमाल की गई टाटा सफारी गाड़ी,मोटर सायकिल,देशी कट्टा,जिंदा कारतूस, और आधा दर्जन मोबाइल फोन भी बरामद कर लिया है। रोहतास जिले के दरिगांव ओपी थाना क्षेत्र के महारनियां से दो दिन पूर्व अपहृत होटल व्यवसायी मुन्ना सिंह को पुलिस ने बड़ी ही सतर्कता के साथ छापेमारी करते हुए बरामद किया है।बीते रविवार को होटल व्यवसायी का तब अपहरण कर लिया गया था जब वे किसी घरेलू कार्य से अपनी बाइक से निकले हुए थे। परिजनों ने काफी खोज बिन के बाद भी मुन्ना सिंह के नही मिलने के बाद इस घटना को लेकर दरिगांव ओपी को बरामदगी के सम्बंध में कार्रवाई के लिए आवेदन दिया।रोहतास के पुलिस अधीक्षक आशीष भारती ने बुधवार को बताया कि एसडीपीओ संतोष कुमार राय के नेतृत्व में एक टीम गठित कर होटल व्यवसायी को बरामद करने का निर्देश दिया गया।
एसडीपीओ के नेतृत्व में गठित रोहतास पुलिस की टीम ने सबसे पहले फिरौती के लिए आने वाले फोन नम्बरों को ट्रेस करते हुए अमित कुमार नाम के एक अपराधी को उतर प्रदेश के चंदौली के अली नगर से गिरफ्तार किया।इसके बाद एसपी द्वारा गठित टीम की पुलिस ने उसकी निशानदेही पर वैशाली जिले के सत्यम पाण्डेय को गिरफ्तार किया।सत्यम पाण्डेय की गिरफ्तारी के बाद रोहतास के मलाव गांव से आदित्य कुमार और अमरा तालाब से विवेक कुमार को गिरफ्तार किया गया।इन तीनों से कड़ाई से पूछताछ में अपहृत होटल व्यवसायी को कैमूर जिले के कुदरा में रखे जाने की बात सामने आई।इस आधार पर छापेमारी कर अपहृत मुन्ना सिंह को कुदरा में एक बंद कमरे से बरामद कर लिया गया।