उदयपुर। शहर के अति व्यस्त चेतक चौराहे पर शुक्रवार दोपहर एक मानसिक रोगी युवक चार सौ फीट उंचे बीएसएनएल के मोबाइल टॉवर चढ़ गया। युवक ने पुलिस और वहां से गुजर रहे राहगीरों के होश उड़ा दिए। उसकी हरकतों को देखकर नीचे जुटी भीड़ की धड़कन उंचे—नीचे होती रही। हालांकि एक घंटे बाद वह खुद ही नीचे उतर गया। जिसे पुलिस ने हिरासत में ले लिया और थाने ले गई।
टावर पर चढ़े युवक की सूचना पर पुलिस, फायर ब्रिग्रेड व एनडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंच गई थी। 15 मिनट तक तो युवक टावर के सबसे ऊपरी हिस्से पर बैठा रहा और टावर में लगे छोटे-छोटे उपकरणों के हिस्सों को तोड़कर नीचे फेंकता रहा। इस बीच, एनडीआरएफ की टीम उसके बचाव के लिए तैयारी करती रही और टावर के चारों और नेट लगा दिया ताकि अनहोनी पर उसे बचाया जा सके।
इधर, पुलिस अधिकारी लाउड स्पीकर के जरिए उससे नीचे उतरने की विनती करते रहे। काफी मिन्नतों के बाद युवक वह नीचे उतरा। लकिन इस दौरान वह फाइबर तारों को पकड़कर झूलता भी रहा। करीब 1 घण्टे चले इस "क्लाइमेक्स सीन" के बाद अंततः वह नीचे आ गया और टावर के निचले हिस्से पर आते ही नेट में कूद गया। जिसे पुलिस ने अपनी हिरासत में ले लिया और थाने ले गई। उससे टावर पर चढ़ने के कारणों को लेकर पूछताछ की जा रही है।
बीड़ी के प्रलोभन से नीचे उतरा
पुलिस का कहना है कि युवक की मानसिक स्थिति ठीक नहीं है। इसके चलते उसकी सही पहचान नहीं हो पा रही है। उसे टावर से उतारने के लिए कई प्रलोभन दिए गए। जब एनडीआरएफ की टीम ने उसे बीड़ी पिलाने के लिए प्रलोभन दिया तब जाकर वह नीचे उतरा। वह अर्दध नग्न अवस्था में था और पूछताछ में किसी तरह का जबाव नहीं दे पा रहा है।