श्रीगंगानगर । राजस्थान राज्य न्यायिक अकादमी की ओर से श्रीगंगानगर एवं हनुमानगढ़ जिले के न्यायिक अधिकारियों की प्रथम त्रैमासिक कार्यशाला का आयोजन शनिवार को जिला कलेक्ट्रेट सभागार में किया गया।
अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलन एवं मां सरस्वती के चित्र पर पुष्प अर्पित कर कार्यशाला शुभारंभ किया गया। इस अवसर पर कार्यशाला की अध्यक्षता करते हुए न्यायाधिपति मनोज कुमार गर्ग द्वारा अंतरिम, अस्थाई और अग्रिम जमानत, जमानत याचिका पर विचार करते समय विचार किए जाने वाले कारक, जमानत रद्द करने के सिद्धांत, सीआरपीसी 438 में अग्रिम जमानत देने की प्रक्रिया, सेटलमेंट एंड द अमेंडमेंट ऑफ इश्यू, फ्रेमिंग मुद्दों का उद्देश्य और दायरा, अपीलीय अदालत की शक्ति सहित अन्य मुद्दों पर विस्तारपूर्वक जानकारी देते हुए विभिन्न विषयों पर महत्वपूर्ण जानकारी दी गई।
इससे पूर्व जिला एवं सेशन न्यायाधीश सत्यनारायण व्यास ने अतिथियों और न्यायिक अधिकारियों का स्वागत करते हुए कार्यशाला आयोजन की विस्तारपूर्वक जानकारी दी। हनुमानगढ़ के जिला एवं सैशन न्यायाधीश संजीव मांगो ने धन्यवाद ज्ञापित किया जबकि कनिका हांडा और रचना बिस्सा ने मंच संचालन किया।
इस अवसर पर न्यायाधीश राम शंकर वेमा, राजकुमार, दीपक कुमार, अरुण कुमार अग्रवाल, अशोक कुमार टाक, महेंद्र के. सोलंकी, सुरेश कुमार प्रथम, विनोद कुमार गुप्ता, सविता चौधरी, विजय कोचर, नवदीप सहित हनुमानगढ़ के न्यायिक अधिकारी और दोनों जिलों के नवनियुक्त प्रशिक्षु न्यायिक अधिकारी भी मौजूद रहे।