कोटा से उड़ने के लिए करना पड़ेगा अभी और इंतजार

Update: 2023-02-15 14:54 GMT

कोटा: शम्भूपुरा में प्रस्तावित ग्रीन फील्ड एयरपोर्ट के निर्माण में समय लगने के कारण वर्तमान एयरपोर्ट से ही दिल्ली समेत कई जगह की उड़ान 31 मार्च से शुरू करने की योजना है। लेकिन अभी तक एयरपोर्ट के रनवे की रि कारपेटिंग का टेंडर ही फाइनल नहीं होने से उड़ान शुरू होने का इंंतजार लम्बा हो सकता है। एयरपोर्ट अथोरिटी आॅफ इंडिया की ओर से वर्तमान एयरपोर्ट से दिल्ली, जयपुर व उदयपुर के लिए 31 मार्च से विमान सेवा शुरू करने की योजना है। लेकिन उस योजना को मूर्त रूप देने से पहले एयरपोर्ट के रनवे की रि कारपेटिग करवाया जाना है। साथ ही उसके एप्रोच पाथ से अवरोध हटाए जाने है। रि कारपेटिंग का काम तो एयरपोर्ट अथोरिटी आॅफ इंडिया के स्तर पर किया जाना है। जबकि एप्रोच पाथ वे से अवरोध हटाने का काम जिला प्रशासन को करना है। इस संबंध में गत दिनों जिला कलक्टर की अध्यक्षता में नगर निम व नगर विकास न्यास के अधिकारियों की बैठक हुई थी। जिसमें जिला कलक्टर ने सभी अधिकारियों को उनके स्तर के कायों को शीघ्र पूरा करने और अतिक्रमण हटाने व पेड़ पौधों को कटवाने के निर्देश दिए थे।

रिकारपेटिंग का टेंडर ही प्रक्रियाधीन

हालत यह है कि एयरपोर्ट अथोरिटी आॅफ इंडिया के स्तर पर रनवे की रि कारपेटिंग का जो टेंडर काफी समय पहले हो जाना चाहिए था। वह काम अभी तक नहीं हुआ है। अभी तक तो इसका टेंडर ही फाइनल नहीं हुआ है। जिससे इसका काम शुरू नहीं हो सका। रि कारपेटिंग का काम शुरू होने के बाद उसे पूरा होने में ही डेढ़ से दो महीने का समय लगेगा।

सिर्फ पेड़ कटे, अवरोध नहीं हटे

इधर जिला प्रशासन के स्तर पर भी जो काम होना था वह भी अभेी तक पूरा नहीं हो सका है। सिर्फ नगर निगम द्वारा एयरपोर्ट परिसर के आस-पास व रनवे के नजदीक के बड़े पेड़ों को जरूर काटवाया गया है। जबकि अन्य अवरोध जिनमें एयरपोर्ट परिसर के आस-पास का अतिक्रमण नहीं हटा। हवाई अड्डे के आस-पास लगे मोबाइल टावर और सामने की तरफ निर्माणाधीन बहुमंजिला इमारत तक को नहीं तोड़ा जा सका है। ऐसे में अभी तक सभी स्तर पर जो काम होने चाहिए थे वह पूरे नहीं होने से अगले महीने 31 मार्च से कोटा के वर्तमान एयरपोर्ट से विमान सेवा शुरू हो पाना मुश्किल है।

ग्रीन फील्ड की बाधाएं दूर

इधर शम्भूपुरा में प्रस्तावित ग्रीन फील्ड एयरपोर्ट के निर्माण की सभी बाधाएं दूर हो गई है। सबसे बड़ी बाधा वन विभाग के अधीन आ रही एयरपोर्ट की जमीन के डायवर्जन का मामला था। वह भी गत दिनों केन्द्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्रालय ने दूर करते हुए निर्माण की स्वीकृति जारी कर दी थी। अब मंत्रालय की ओर से जमीन के डायवर्जन की राशि की डिमांड भेजी जाएगी। जिस पर रा'य सरकार को वह राशि जमा करवानी होगी। हालांकि स्वायत्त शासन मंत्री शांति धारीवाल पूर्व में भी घोषणा कर चुके हैं कि डिमांड आते ही राशि जमा करवा दी जाएगी। रा'य सरकार ने 1250 एकड़ जमीन व बजट भी आवंटित कर दिया है।

वर्तमान एयरपोर्ट परिसर व आस-पास से निगम को जो पेड़ काटने का काम दिया गया था। वह जिला कलक्टर के निर्देश पर निगम ने कर दिया है। साथ ही जो काम बाकी है उसे भी शीघ्र पूरा कर दिया जाएगा।

-अम्बालाल मीणा, कार्यवाहक आयुक्त, नगर निगम कोटा दक्षिण

वर्तमान एयरपोर्ट से उड़ान शुरू करने से पहले इसके रनवे की रि कारपेटिग की जानी है। उसके लिए एएआई की ओर से टेंडर किया जाना है। उसमें समय लग रहा है। अभी तक टेंडर प्रक्रियाधीन है। उसके फाइनल होने के बाद काम शुरू होगा जिसमें भी डेढ़ से दो महीने का समय लगने की संभावना है। इस कारण से 31 मार्च से वर्तमान एयरपोर्ट से विमान सेवा शुरू कर पाना मुश्किल है। अब इस सेवा के मई-जून तक शुरू होने की संभावना है।

-परस राम मीणा, निदेशक, कोटा एयरपोर्ट

जिला प्रशासन को एयरपोर्ट परिसर से पेड़ कटवाने और आस-पास मोबाइल टावर की ऊंचाई कम करने व एयरपोर्ट के सामने मल्टी स्टोरी की ूंचाई कम करवाने का काम दिया गया था। इस संबंध में निगम व न्यास प्रशासन को निर्देश दे दिए थे। कुछ काम तो हो गया है। कुछ बाकी है। इस संबंध में शीघ्र ही समीक्षा की जाएगी। जिला प्रशासन की तरफ से किसी तरह की कोई परेशानी नहीं होगी। एयरपोर्ट अथोरिटी आॅफ इंडिया की ओर से किसी काम में देरी हो रही है तो उसके लिए तो कुछ नहीं कहा जा सकता।

-ओ.पी. बुनकर, जिला कलक्टर

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