लोगों ने जहां प्रायोरिटी दी, उनको बूथ आवंटन 10 से 15 किलोमीटर दूर किया

10 से 15 किलोमीटर दूर किया

Update: 2023-08-18 10:36 GMT
राज्य सरकार की 5 हजार डेयरी बूथों के आवंटन की योजना में सरकारी कारिंदों ने अपनी खूब मनमर्जी चलाई। लॉटरी से लेकर बूथ आवंटन तक अपने चहेतों को फायदा पहुंचाया। जयपुर नगर निगम ग्रेटर में बूथों के लिए निकाली गई लॉटरी प्रक्रिया में धांधली के बाद अब आवंटन में भी जमकर खूब धांधली हुई है। आवेदकों को उनकी प्रायोरिटी के तहत आवंटन न करके अधिकारियों ने अपनी मर्जी से बूथों का आवंटन कर दिया।
इसे लेकर नगर निगम ग्रेटर में अब खूब शिकायतें आ रही है। कई सफल आवंटियों ने लिखित में शिकायत की है कि उन्होंने जो घर के 3-4 किलोमीटर एरिया के नजदीक प्रायोरिटी भरी थी उस प्रायोरिटी में से किसी भी स्थान पर बूथ आवंटित नहीं किया। उसकी जगह 10 से 15 किलोमीटर दूर दूसरी जगह बूथ के लिए जगह आवंटित की गई।
केस नं. 1 : विद्याधर नगर अम्बाबाड़ी निवासी मुकेश वर्मा ने डेयरी बूथ के आवंटन आवेदन किया और उसने प्रायोरिटी में विद्याधर नगर एरिया में तीन जगह भरी। इंटरव्यू में सफल होने के बाद जब नगर निगम बूथ के लिए जगह आवंटित की तो उसे विद्याधर नगर से करीब 10 किलोमीटर दूर बैनाड़ रोड पर ज्वाला माता मंदिर के पास कर दी।
केस नं. 2 : इसी तरह रणवीर सिंह ने आर्मी कोटे से डेयरी बूथ आवंटन के लिए आवेदन किया और लालकोठी एरिया की 3 जगह प्रायोरिटी में दी। इंटरव्यू में पास होने के बाद जब नगर निगम ग्रेटर ने बूथ का आवंटन किया तो वह लालकोठी एरिया से करीब 14 किलोमीटर दूर अजमेर रोड गिरधारीपुरा में जगह दी गई।
इंटरव्यू के लिए निकाली लाॅटरी में भी की गड़बड़ी
इससे पहले नगर निगम ग्रेटर ने जब इंटरव्यू के लिए लॉटरी निकाली तब भी गड़बड़ी की थी। उस समय सांगानेर विधायक और नगर निगम के ही पूर्व मेयर अशोक लाहोटी ने इसकी शिकायत डीएलबी डायरेक्टर से करके लॉटरी निरस्त करने जांच करवाने की मांग की थी। लाहोटी ने उस समय आरोप लगाया था कि इंटरव्यू के लिए लॉटरी एरिया वाइज होनी चाहिए
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