टोंक। टोंक जिले में मानसून ने दस्तक दे दी है। इसके चलते इन दिनों लगातार बारिश हो रही है। शनिवार रात कई जगहों पर बारिश हुई। जिले में 24 घंटे में 14.82 एमएम बारिश दर्ज की गई है। सबसे ज्यादा 47 एमएम बारिश टोंक शहर और दूनी तहसील क्षेत्र में हुई। टोंक में बारिश से सड़कों पर पानी बहने लगा। लगातार बारिश के कारण मौसम में नमी बनी हुई है। हालांकि उमस कम नहीं हो रही है। राजमहल कस्बे सहित आसपास के क्षेत्र में चार दिन से लगातार बरसात से बीसलपुर बांध में पानी की आवक लगातार दर्ज की जा रही है। बीसलपुर बांध में बिपरजाय तूफान के बाद चार दिन में कुल 26 सेमी पानी की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। यह पानी जयपुर, अजमेर सहित टोंक जिले व इनसे जुड़े सैकड़ों गांव व कस्बों के लोगों के कण्ठतर करने के लिए करीब 25 दिन का माना जारहा है। बीसलपुर बांध के कंट्रोल रूम अनुसार बिपरजाय तूफान के बाद बांध का गेज घटकर गत 27 जून को 313.00 आर एल मीटर हो गया था।
जो गत 28 जून को बारिश के चलते वापस 2 सेमी की बढ़ोतरी के साथ गेज 313.02 आर एल मीटर दर्ज किया गया। गत 29 जून को बांध के जलभराव में सहायक भीलवाड़ा जिले के बिगोद स्थित त्रिवेणी का गेज 2.80 मीटर चलने के कारण 11 सेमी की बढ़ोतरी के साथ बांध का गेज 313.13 आर एल मीटर पर पहुंच गया। इसमें 22.855 टीएमसी पानी का जलभराव हो गया। गत एक जुलाई को वापस 6 सेमी की बढ़ोतरी के साथ बांध का गेज 313.25 आर एल मीटर दर्ज किया है। रविवार सुबह 313.26 आर एल मीटर हो गया। इसमें 23.703 टीएमसी का जलभराव है। जलभराव में सहायक त्रिवेणी का गेज बिना किसी घटत बढत के रविवार को 2.80 मीटर पर स्थिर बना हुआ है।
मालपुरा क्षेत्र में रविवार को बरसात में जगह जगह पानी भर जाने से आम नागरिक परेशान हुए। जयपुर रोड़ पर कन्हैयालाल सैनी का कच्चा मकान बरसात के कारण ढह गया। बरसात पूर्व नालों की सफाई नहीं होने से शहर में हुई मूसलाधार बरसात के बाद महावीर मार्ग में दुकानों व मकानों में पानी घुस गया तथा सडक़ें दरिया में तब्दील हो गई। लोगों ने रास्तें मे रस्सी बाधकर मार्ग को बंद कर वाहनों के आनें से दुकानों व मकानों में जाने वाले पानी को रोकने का प्रयास किया। बृजलालनगर कॉलोनी में पानी की निकासी के अभाव में कॉलोनी में कई मार्गों में पानी जमा हो गया। कृषि उपज मंडी में खुले में रखा किसानों व व्यापारियों की जिंस भीग जाने से हजारों रुपए का आर्थिक नुकसान हुआ तथा पानी की निकासी के अभाव में कृषि मंडी में भी जगह-जगह पानी जमा हो गया। बस स्टैंड क्षेत्र, ट्रक स्टैंड क्षेत्र में पानी जमा होने से परेशानियों का सामना करना पड़ा।