अलवर ग्रेटर भिवाड़ी औद्योगिक टाउनशिप के धरातल पर आने का कर रहे इंतजार

Update: 2023-07-07 12:40 GMT

अलवर: अलवर वर्तमान राज्य सरकार का कार्यकाल खत्म होने की कगार पर है, लेकिन इस दौरान विधानसभा में की गई बजट घोषणाओं को अभी धरातल पर आने का इंतजार है। इनमें सबसे महत्वपूर्ण ग्रेटर भिवाड़ी इंडस्ट्रियल टाउनशिप की घोषणा रही, जिसके मूर्तरूप लेने पर अलवर जिले के विकास की सूरत नहीं बदलती, बल्कि युवाओं के लिए रोजगार के नए मार्ग खुलते। वहीं जिले की अर्थ व्यवस्था प्रदेश में नम्बर वन पर पहुंच जाती। वहीं चम्बल से पानी लाने, अलवर को स्मार्ट सिटी बनाने, इसरदा प्रोजेक्ट आदि घोषणाएं मूर्तरूप लेती तो आमजन को लाभ मिलता।

प्रदेश में विधानसभा चुनाव में मात्र पांच महीने से कम का समय रह गया है और सरकार को अपना बचा कामकाज निपटाने के लिए ढाई से तीन महीने का समय बचा है, लेकिन अलवर जिले को लेकर राज्य सरकार की ओर से इस कार्यकाल में की गई सबसे बड़ी घोषणा खुश्खेड़ा, भिवाड़ी, नीमराणा, टपूकड़ा व आसपास के नएह्यह्यह्यह्य क्षेत्रों को शामिल कर ग्रेटर भिवाड़ी इंडस्ट्रियल टाउनशिप विकसित करने की योजना अभी पूरी नहीं हो पाई है।

ग्रेटर नोएडा की तर्ज पर होना था विकास

ग्रेटर भिवाड़ी इंडस्ट्रियल टाउनशिप के तहत बीड़ा क्षेत्र के 363 गांवों का ग्रेटर नोएडा की तर्ज पर विकास किया जाना था। इसके लिए मास्टर प्लान तैयार कर न्यू टाउनशिप विकसित की जानी थी। लेकिन अब तक यह घोषणा मास्टर प्लान में ही अटकी है। इसके प्रथम में होने वाले एक हजार करोड़ के निवेश का भी अभी इंतजार है।

घोषणा पूरी होती तो विकास को मिलती गति

ग्रेटर भिवाड़ी इंडस्ट्रियल टाउनशिप विकसित होती तो अलवर जिले को औद्योगिक विकास तेजी से होता। नए औद्योगिक क्षेत्र विकसित होते और उनमें बड़े उद्योग लगते तो स्थानीय युवाओं को बड़ी संख्या में रोजगार मिलता, जिससे युवाओं का रोजगार के लिए पलायन रोकने में मदद मिलती। जिले में शहरीकरण को बढ़ावा मिलता।

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