कोटा। कोटा देशभर में घूम-घूमकर माेबाइल चुराते थे और झारखंड में बेच देते थे। ये माेबाइल साइबर ठगी के काम में आते। पुलिस ने इस गैंग के दाे आराेपी गिरफ्तार किए। जबकि एक नाबालिग काे भी निरुद्ध किया। एसपी सिटी शरद चौधरी ने बताया कि नयापुरा थाने पर मोबाइल चोरी का केस दर्ज हुआ था। पुलिस टीम ने भीड़भाड़ वाले स्थानों पर निगरानी कर गुरुवार को मोबाइल चोरी में सक्रिय गैंग के अनिल महतो निवासी साइबगंज, झारखंड और शेख मकसूद निवासी कटियाल, बिहार को गिरफ्तार किया। वहीं, एक बाल अपचारी को निरुद्ध कर चोरी का मोबाइल बरामद किया है। आराेपी की सूचना पर तीन और माेबाइल जब्त किए गए।
बच्चे से करवाते चोरीः बाल अपचारी भीड़ वाले इलाके जैसे बड़ी सब्जीमंडी, गुमानपुरा, स्टेशन तथा नयापुरा में भीड़ के बीच में घुस कर लोगों की नजर चुराकर जेब से मोबाइल निकालता। वह पास खड़े अपने साथी को देकर रवाना कर देता था। चोरी करने वाला अपचारी वहीं पर कुछ देर खड़ा रहता ताकि उस पर चोरी शक शक न हो। तलाशी लेने पर भी उसके पास चोरी का मोबाइल नहीं मिल सके। आराेपियाें ने कोटा समेत अन्य शहरों में भी मोबाइल चोरी की वारदातों काे स्वीकारा है।
बिहार-झारखंड में बेचते : डीएसपी शंकरलाल मीणा ने बताया कि आराेपी देशभर में कहीं भी चले जाते थे। वहां कमरा लेकर रहते थे। इसके बाद लगातार कुछ दिन बाजारों में वारदात करते थे। किसी एक शहर से करीब 400 से 500 माेबाइल चुराकर अपने गांव लौट जाते। वहां चोरी के माेबाइल फोन साइबर ठगी करने वालाें काे बेच दिया करते थे। इनके खरीदार अपनी फर्जी सिम डालकर वारदात करते। आराेपियाें के साथ बच्चा हाेने के कारण काेई शक नहीं कर पाता था।