Udaipur:नौकरी के नाम पर पीडब्ल्यूडी में विधायक बनकर ठगे 11 लाख रुपये
ठगी करने के मामले में मुख्य आरोपी की मां और दो भाइयों को गिरफ्तार किया
उदयपुर: भूपालपुरा थाना पुलिस ने दो युवकों से रुपये की ठगी करने के मामले में मुख्य आरोपी की मां और दो भाइयों को गिरफ्तार किया है। थाना प्रभारी मुकेश सोनी ने बताया कि पुलिस ने मामले में राजेश देवी पत्नी अन्नो चौधरी, पुत्र गजेंद्र चौधरी उर्फ कारे व रवींद्र चौधरी निवासी फतेहपुर सीकरी, आगरा (उत्तरप्रदेश) को गिरफ्तार किया है. महिला देवेन्द्र राणा की मां है और दोनों युवक उसके भाई हैं। पुलिस ने तीनों आरोपियों को कोर्ट में पेश किया. जहां से राजेश देवी को जेल भेज दिया गया है और उसके दोनों बेटों को रिमांड पर लिया गया है.
आपको बता दें कि मुख्य आरोपी शिव प्रकाश उर्फ शिवा चौधरी उर्फ देवेंद्र राणा पुत्र अन्नो चौधरी निवासी फतेहपुर सीकरी को पिछले साल गिरफ्तार किया जा चुका है. आपको बता दें कि घटना के संबंध में शहर के नीमज खेड़ा निवासी राजकुमार पुत्र सोहनलाल थमेट ने 23 नवंबर 2022 को रिपोर्ट दर्ज कराई थी. राजकुमार ने एफआईआर में बताया कि उसकी जान-पहचान विनायक कॉम्प्लेक्स, आयोद निवासी जगदीशचंद्र आचार्य से थी। उसने खुद को जावर माइंस का सेवानिवृत्त यूनियन नेता बताया.
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश और राजस्थान सरकार में उनकी अच्छी पहचान है. जगदीश ने उसके दोनों बेटों को पीडब्ल्यूडी, उदयपुर में एलडीसी पद पर लगवाने का वादा किया और बदले में 11 लाख रुपये की मांग की। राजकुमार ने 15 अगस्त 2022 को 1.50 लाख रुपये ट्रांसफर किए और 1 सितंबर को 4 लाख रुपये कैश किए। उसी दिन आरोपी पिता और दोनों बेटों को जयपुर ले गया, जहां 2 सितंबर को जयपुर में अंबर टावर के सामने होटल मंगल में उन्हें देवेंद्र राणा से मिलवाया गया. देवेन्द्र की पहचान शामली (यूपी) विधायक के रूप में हुई। उन्होंने तीनों को बताया कि देवेन्द्र के पिता सुरेश राणा यूपी में गन्ना मंत्री हैं और ससुर सूर्य प्रताप शाही शाही कृषि मंत्री हैं। केंद्र सरकार में इनकी अच्छी पहचान होती है और इन्हें नौकरियां दी जाती हैं।