उदयपुर न्यूज़: छठी क्लास में फेल हुई तो पढ़ाई छूटने के डर से मुंबई से दो नाबालिग सहेलियां ट्रेन में बैठकर उदयपुर आ पहुंची। यहां स्टेशन पर भटकते देख चाइल्ड लाइन टीम ने बच्चियों को रेस्क्यू कर काउंसलिंग की। दोनों बचपन से साथ पढ़ती हैं। इस साल एक फेल हो गई तो उन्हें लगा कि मां-बाप पढ़ाई छुड़वा देंगे और दोनों की दोस्ती टूट जाएगी। मुंबई चाइल्ड लाइन से संपर्क कर दोनों के पेरेंट्स को बुलाया गया। यहां उनकी भी काउंसलिंग हुई।
ये अकेला मामला नहीं है जहां छोटे बच्चे छोटी-छोटी बात पर घर छोड़ कर निकल रहे हैं। चाइल्ड लाइन में इस तरह के हर महीने लगभग 8 से 10 केस आ रहे हैं। बीते एक साल में सिटी चाइल्ड लाइन में 2354 कॉल आए तो वहीं रेलवे चाइल्ड लाइन के पास 833 कॉल्स आए। इनमें मिसिंग चाइल्ड, रनअवे, एब्यूज, मेडिकल हेल्प, शेल्टर, इमोशनल सपोर्ट जैसे मामले शामिल हैं।