आदिवासी महिलाओं से बलात्कार और हत्या करने वालों को दो फांसी, सौंपा ज्ञापन
बूंदी। बूंदी आदिवासी मीना (मीणा) समाज संस्था के माध्यम से गुरुवार को मणिपुर में आदिवासियों के साथ हो रहे अत्याचार और अमानवीय घटनाओं के संदर्भ में उपखंड अधिकारी नैनवां के माध्यम से राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन दिया। ज्ञापन में मणिपुर में आदिवासी महिलाओं से अभद्रता, अश्लील हरकत करने तथा सामूहिक दुष्कर्म एवं हत्या करने वालों को सार्वजनिक फांसी दिलवाने तथा मणिपुर की संवेदनहीन सरकार को अविलम्ब बर्खास्त करते हुए राष्ट्रपति शासन लागू करने की मांग की। ज्ञापन देने वालों में तहसील प्रमुख श्रवण कुमार एडवोकेट, पूर्व तहसील प्रमुख रामनिवास मीणा, प्रदेश सहायक बून्दा प्रमुख राजेंद्र मीणा, उप तहसील प्रमुख रामप्रसाद, अतिरिक्त तहसील प्रमुख दशरथ लाल, बाबूलाल, सेठ लाल, रामसहाय, भेरूलाल, हरफूल, रामविलास, घासी लाल, इंदरजीत, दुर्गा लाल, आसाराम, कमलेश, रामकेश, आकाश, हरफूल, रामस्वरूप बोहरा, मिथुन, विमल, मनीष, अनुज, गोविंद प्रसाद आदि मौजूद रहे।
बूंदा आदिवासी मीणा समाज संस्था लाखेरी के तत्वावधान में गुरुवार को मणिपुर में आदिवासी महिलाओं के साथ हुए अत्याचार के विरोध में राष्ट्रपति के नाम उपखंड अधिकारी को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में बताया कि मणिपुर में आदिवासी महिलाओं को निर्वस्त्र करके घुमाने, सामूहिक दुष्कर्म एवं निर्मम हत्या करने वालों को फास्ट ट्रेक अदालत से अविलंब सार्वजनिक फांसी, मणिपुर में शांति बहाली एवं उपद्रव की घटनाओं पर शीघ्र रोक लगाने की मांग करते हुए राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की। हिण्डोली. बूंदा आदिवासी मीणा समाज संस्था के सदस्यों ने गुरुवार को मणिपुर में आदिवासी महिलाओं के साथ हो रहे अत्याचार एवं आदिवासी समाज के लोगों के साथ उपखण्ड अधिकारी को ज्ञापन सौंपा। उन्होंने मणिपुर हिंसा पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाने की मांग की है। ज्ञापन देने वालों में कैप्टन मोहन सिंह, तहसील प्रमुख जय कुमार मीणा, महावीर मीणा, कालू राम मीणा,जगदीश मीणा, जगदीश, कालूराम, हीरालाल सहित कई लोग मौजूद रहे।