अजमेर न्यूज: अंतरराष्ट्रीय पुष्कर होली महोत्सव की ख्याति अब देश-विदेश में फैल चुकी है। जिससे लाखों पर्यटक पुष्कर में होली खेलने आते हैं। कुछ दिनों पूर्व प्रशासन द्वारा होली पर्व को लेकर आयोजित बैठक में प्रशासन ने यह कहते हुए होली के पारंपरिक उत्सव की अनुमति देने से इनकार कर दिया था कि ऐसा कोई आयोजन नहीं होने दिया जायेगा, जिसमें सीमा से अधिक लोग एकत्र हों. सोमवार को अनुमंडल पदाधिकारी ने अपने ही बयान पर सफाई दी है. जिसके बाद होली के पारंपरिक आयोजन शुरू हो गए।
तीर्थ नगरी पुष्कर में पिछले 40 वर्षों से हो रहे पारंपरिक होली पर्व की शुरुआत आज 27 फरवरी सोमवार से हो गई है. कस्बे के ला बेला होली मंडल ने कस्बे के वराह घाट चौक पर वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच होली के लड्डू रोपे।
मंडल के सुरेंद्र राजोरिया ने बताया कि एक मार्च से पांच मार्च तक राजस्थान के पारंपरिक गैर नृत्य का आयोजन होगा. छह मार्च को वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच प्रह्लाद पूजन व होलिका दहन किया जाएगा। 7 मार्च को स्थानीय लोग ढोल-नगाड़ों की थाप पर होली खेलेंगे। इसके बाद मंडल के कार्यकर्ताओं ने इसकी सूचना अनुमंडल पदाधिकारी को दी और प्रखंड कार्यालय पहुंचे. जहां अनुमंडल पदाधिकारी ने आयोजकों से आयोजन से संबंधित जानकारी प्राप्त की. इस दौरान आशुतोष शर्मा, आलोक भारद्वाज, सुनील सोनी, गणेश जोशी, सूर्य प्रकाश तिवारी, शशिकांत शर्मा सहित कार्यकर्ता मौजूद रहे।