जेल में शिफ्ट करने के लिए बदमाश ने भाई से कराई फायरिंग, गिरफ्तार

Update: 2023-07-29 07:17 GMT
अलवर। मत्स्य यूनिवर्सिटी अलवर परिसर में पांच विषयों इतिहास, गणित, भूगोल, अंग्रेजी व राजनीति विज्ञान में संचालित पीजी पाठ॰यक्रमों के तहत स्नातकोत्तर पूर्वार्द्ध एवं उत्तरार्द्ध में प्रवेश के आवेदन पत्र ऑनलाइन भरने के लिए पोर्टल 29 से 31 तक दुबारा खोला जा रहा है। सहायक कुलसचिव आशुतोष शर्मा ने बताया कि प्रवेश से वंचित विद्यार्थी निर्धारित तिथि तक आवेदन कर सकते हैं। शुल्क सहित अन्य जानकारी के लिए यूनिवर्सिटी की वेबसाइट का अवलोकन किया जा सकता है। अलवर/बानसूर| बानसूर के हरसौरा चौक पर किराना व होलसेल व्यापारी महावीर प्रसाद अग्रवाल की दुकान पर 50 लाख रुपए की रंगदारी की पर्ची थमा फायरिंग करने की वारदात का पुलिस ने शुक्रवार को खुलासा कर दिया। मामले में गिरोह के बदमाश 20 वर्षीय घनश्याम पुत्र मोहन लाल गुर्जर निवासी माजरा रावत थाना बानसूर को गिरफ्तार किया है।
वारदात में शामिल उसका दोस्त यादराम गुर्जर अभी फरार है। एसपी आनंद शर्मा ने बताया कि बदमाश घनश्याम गुर्जर ने पूछताछ में बताया कि उसके ताऊ का लड़का महीपाल उर्फ एमपी गुर्जर हत्या के मामले में हरियाणा की नारनौल स्थित नसीबपुर की जेल में बंद है। वह जेल में परिजनों से नहीं मिलने देने से परेशान था। पिछले दिनों घनश्याम नसीबपुर जेल में महीपाल से मिला था। वहां महीपाल ने उससे बहरोड़ जेल में शिफ्ट होने की इच्छा जताई। इसके बाद घनश्याम ने अपने दोस्त माजरा रावत के यादराम के साथ 25 जुलाई की रात आठ बजे वारदात को अंजाम दिया।
जिससे बानसूर में मामला दर्ज कराकर उसे बहरोड़ जेल में शिफ्ट कराया जा सके। उल्लेखनीय है कि 26 जुलाई को प्रकाशित अंक में पुलिस को पहले ही चेता दिया था कि वारदात का मकसद हरियाणा जेल में बंद बदमाश को दूसरी जेल में शिफ्ट कराना है। अब इस बात की पुष्टि भी हो गई। चार माह पहले ही महेंद्रगढ़ पुलिस को सौंपा था : बानसूर थानाधिकारी हेमराज ने बताया कि 4 माह पहले ही महीपाल को महेंद्रगढ़ के नांगल चौधरी में एक व्यक्ति पर फायरिंग करने के आरोप में गिरफ्तार कर महेंद्रगढ़ पुलिस को सौंपा था। इसके बाद नारनौल की सदर थाना पुलिस ने उसे एक हत्या प्रकरण में गिरफ्तार कर लिया। तभी से वह नसीबपुर जेल में बंद है। बदमाश महीपाल नसीबपुर जेल में बंद बदमाश प्रदीप गहली के गिरोह का सदस्य है। जबकि रंगदारी के लिए फायरिंग करने वाला उसका चचेरा भाई घनश्याम व यादराम गुर्जर के खिलाफ यह पहला आपराधिक प्रकरण सामने आया है। आरोपियों को पकड़ने के लिए गठित टीम में थाना प्रभारी हेमराज सिंह, नीरज, मनोज कुमार, श्रषि, चंद्र प्रकाश, प्रताप सिंह, सुभाष, प्रकाश, मुकेश गढ़वाल, मानिंद्र व राकेश शामिल थे।
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