तीन युवकों को अशांति फैलाने के आरोप में किया गिरफ्तार, पिता का कातिल निकला एक आरोपी
राजस्थान के भरतपुर से कत्ल का एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है.
राजस्थान के भरतपुर से कत्ल का एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है. जहां पुलिस ने रात के वक्त तीन युवकों को अशांति फैलाने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया. लेकिन छानबीन और सबूतों से पता चला कि पकड़े गए तीन युवकों में से एक आरोपी ही अपने पिता का कातिल है, जिसने अपने दो साथियों को सुपारी देकर अपने पिता की हत्या करा दी. हत्या की ये साजिश बीमा की रकम के लिए रची गई थी.
भरतपुर के पुलिस अधीक्षक देवेंद्र कुमार विश्नोई ने बताया कि 24 दिसंबर की रात करीब 11:30 बजे तीन व्यक्ति डीग कस्बे में लक्ष्मण मंदिर के पास दुकानों की आड़ में खड़े थे. जिनके पास एक बड़ा हथोड़ा और कुछ चाबियां थीं. तीनों युवकों को संदिग्ध मानते हुए डीग कोतवाली के थानाधिकारी राजेश कुमार पाठक ने गिरफ्तार कर लिया. पकड़े गए युवकों की पहचान राजेश जाटव (30), विजेंद्र जाटव (27) और कान्हा जाटव (22) के रूप में की गई. तीनों के खिलाफ आईपीसी की धारा 151 लगाकर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी गई.
एसपी विश्नोई ने बताया कि शनिवार को सुबह 5:30 बजे कंट्रोल रूम को सूचना मिली कि दिदावली पुलिया के पास एक व्यक्ति मृत अवस्था में पड़ा है. थानाधिकारी मौके पर पहुंचे. मृतक की जेब में मिले आधार कार्ड से उसकी पहचान मोहकम जाटव (58) के रूप में की गई. मामले की जांच के दौरान थाना पुलिस को मुखबिर से पता चला कि तीन चार महीने पहले ही मृतक मोहकम जाटव का दो तीन बैंकों में करीब 40 लाख रुपये का बीमा उसके बेटे राजेश ने करवाया था, जो पूर्व रात्रि को संदिग्ध अवस्था में दो अन्य लोगों के साथ गिरफ्तार किया गया है.
मृतक मोहकम जाटव के सिर में आई चोटों और एक्सीडेंट के दौरान घिसटने के कोई निशान नहीं मिलने पर पुलिस को मामला संदिग्ध लगने लगा. इसके बाद पुलिस ने मृतक के पुत्र राजेश और उसके दोनों दोस्तों विजेंद्र और कान्हा से सख्ती से पूछताछ की. जिसमें उन तीनों ने हत्या करना स्वीकार कर लिया. आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि मृतक मोहकम अपने बेटे राजेश के परिवार के साथ फरीदाबाद में रह रहा था. राजेश के मन में पिता का एक्सीडेंटल बीमा कराने और फिर उसकी हत्या कर बीमा क्लेम उठाने का ख्याल आया. इस पर उसने अपने दो दोस्तों को पैसे देकर पिता को मारने की सुपारी दे दी. और अपने प्लान को पूरा करने के लिए पहले ही अपने पिता का 40 लाख रुपये का बीमा करवा दिया.
24 दिसंबर को घटना को अंजाम देने के लिए राजेश जाटव अपने पिता को लेकर फरीदाबाद से कोसी पहुंचा और कोसी से छटीकरा पहुंच गया. जहां उसे कान्हा मिला. वहीं पर तीनों ने शराब पी. छटीकरा से ही 500 रुपये में हथौड़ा खरीदा गया. वहां से कान्हा की बाइक से तीनों गोवर्धन पहुंचे. जहां उन्हें विजेंद्र अपनी मोटरसाइकिल सहित मिला. दोनों मोटरसाइकिल से चारों दीदावली पुलिया के पास पहुंचे. जहां हथौड़े से मोहकम सिंह के सिर और शरीर पर वार कर उसकी हत्या कर दी और वारदात को एक्सीडेंट का रूप देने के लिए लाश रोड के किनारे पटक दी. घटना के बाद डीग जाकर तीनों अपने-अपने घर जाने के लिए रवाना हो रहे थे, इतने में ही पुलिस ने संदिग्ध अवस्था में तीनों को गिरफ्तार कर लिया और इस तरह से कत्ल की इस खौफनाक साजिश का खुलासा हो गया.