जयपुर। सांगानेर थाना इलाके में 23 सितम्बर को अपहरण कर बीस लाख रूपये की रंगदारी मांगने के मामले में तीन आरोपितों को धर-दबोचा है और साथ ही अपहरण हुए विकास मीणा को छुड़ा लिया गया है. मामले में पीड़ित विकास के दोस्त विजय को कॉल कर 20 लाख की रंगदारी मांगी गई थी.
पुलिस उपायुक्त जयपुर पूर्व ज्ञानचंद यादव ने बताया कि 23 सितम्बर को अपहरण हुए विकास मीणा का दोस्त विजय चौधरी थाने पहुुंचा और जानकारी दी कि 6 नम्बर बस स्टैंड से हथियारों की नोक पर अपहरण किया गया. फिर उसे मोबाइल पर वॉट्सऐप कॉल कर बदमाश बीस लाख रुपए की रंगदारी मांग रहे हैं. जानकारी मिलने पर पुलिस टीम इलाके में नाकाबंदी की गई. साथ ही अन्य जिले भीलवाड़ा, अजमेर , टोंक पुलिस को भी इस ऑपरेशन की जानकारी देते हुए बदमाशों की लोकेशन को साझा किया. पुलिस से बचने के लिए बदमाश स्विफ्ट कार की नंबर प्लेट को बार बार बदल रहे थे. इससे पुलिस टीम के सामने और चुनौती बनती जा रही थी. जिस पर पुलिस टीम ने लगातार पीछा करते हुए अपहरण कर्ताओं की लोकेशन को चिन्हित कर सागर उर्फ दिलखुश गुर्जर(22) निवासी मेहन्दवास जिला टोंक,दिलखुश गुर्जर(24) निवासी बनेठा जिला टोंक और चन्द्रशेखर नागर(28) निवासी ग्राम नगर फोर्ट जिला टोंक को टोंक के घेरोली घाट के जंगल से गिरफ्तार किया. साथ अपहरण हुए विकास को बदमाशों के चंगुल से छुड़ाया. एक बदमाश मौके से भाग निकला. पुलिस ने इन बदमाशों के पास से एक अवैध हथियार पिस्टल व दो जिन्दा कारतूस, एक स्विफ्ट कार, पीड़ित को बांधने में प्रयोग ली गई रस्सी और कपड़े,फर्जी नम्बर प्लेटस बरामद की. पुलिस फरार चल रहे अन्य आरोपित की तलाश कर रही है.