अजमेर। अजमेर सोमवार को चुनाव आयोग द्वारा प्रदेश में 23 नवम्बर को घोषित मतदान दिवस पर इस मर्तबा हर तरफ धूम-धड़ाका होना तय है। मतदान के दिन ही देवउठनी एकादशी का अबूझ और बहुत बड़ा सावा है। देवउठनी एकादशी पर पुष्कर का अन्तरराष्ट्रीय पशु मेला व पंचतीर्थ स्थान का आगाज होना है। मतदान के साथ जिलेभर में शादी-ब्याह का माहौल और पुष्कर मेले के इंतजाम जिला व पुलिस प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती रहेंगे। अन्तरराष्ट्रीय पुष्कर मेले में सुरक्षा के लिहाज से सुरक्षा बड़ा मुद्दा रहा है। हालांकि इस बार चुनावी आचार संहिता के चलते वीवीआईपी मूवमेंट नहीं रहेगा। लेकिन धार्मिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। धार्मिक मेले में जुटने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए पर्याप्त पुलिस जाप्ता भी तैनात किया जाना है।
ब्यावर और केकड़ी जिला गठित होने के बाद अजमेर जिले का पुलिस बेड़ा पहले ही टूट चुका है। ब्यावर और केकड़ी जिले में गए 13 पुलिस थानों में 550 पुलिस अधिकारी व जवान के अलावा करीब 400 पुलिस कर्मियों को केकड़ी-ब्यावर में तैनाती दी गई है। ऐसे मे जिला पुलिस के बेड़े में करीब 1500 पुलिस अधिकारी-जवान ही बचे हैं। जिनसे मतदान, धार्मिक मेला और कानून व्यवस्था की पालना करवानी होगी। अजमेर विकास प्राधिकरण ने आचार संहिता की पालना में सेवानिवृत्त संविदा कर्मियों को सेवा से हटा दिया है। इसमें पूर्व सहायक अभियंता, पूर्व तहसीलदार सहित लेखा विभाग के पूर्व अधिकारी शामिल हैं। जानकारी अनुसार आदर्श आचार संहिता के तहत गृहजिले में चार साल से अधिक समय से संविदा पर कार्य कर रहे सेवानिवृत्त अधिकारियों को हटाया गया है। इसमें सहायक अभियंता रहे अनूप टंडन, पूर्व तहसीलदार आबिद अली, सहायक लेखा अधिकारी प्रेम कन्नोजिया व राजेश्वर अरोड़ा शामिल हैं। आचार संहिता लागू होने के साथ इनकी सेवाएं समाप्त कर दी गई हैं।