हरियाणा में बढ़ते क्राइम को इस तरह से करेंगे खत्म, डीजीपी ने बनाया खास प्लान
नूंह (मेवात)। पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार अग्रवाल ने कहा कि साइबर जालसाजों के ठिकानों पर एक साथ की गई कार्रवाई से उनकी अवैध गतिविधियों को प्रभावी ढंग से बाधित किया है। साइबर अपराध की सीमाहीन प्रकृति को देखते हुए देशभर में फैले ऐसे जालसाजों के नेटवर्क को खत्म करने के लिए और अधिक प्रयास करने की जरूरत है।
डीजीपी सोमवार को राज्य में अपराध और कानून व्यवस्था की समीक्षा बैठक कर रहे थे। बैठक नूंह जिले के द्वितीय आईआरबी टूंडलाका के पुलिस परिसर में की गई। इसमें सभी पुलिस रेंज एडीजीपी, सीपी, जिला एसपी और पुलिस मुख्यालय के वरिष्ठ अधिकारी शामिल रहे। डीजीपी ने कहा कि संगठित अपराध और जबरन वसूली में लिप्त गैंगस्टरों और खूंखार अपराधियों से सख्ती से निपटा जाए। पुलिस ऐसे अपराधियों के खिलाफ खुफिया जानकारी जुटाते हुए उनकी काली कमाई से अर्जित की गई संपत्ति की कुर्की के लिए आवश्यक कार्रवाई करे।
उन्होंने सभी सीपी और जिला एसपी को अवैध हथियारों की तस्करी को रोकने, मादक पदार्थ के सप्लायर्स और अन्य भगोड़ों को गिरफ्तार करने और लंबित मामलों के समाधान में तेजी लाने के निर्देश दिए। उन्होंने समन्वित प्रयासों और प्रभावी अदालती कार्यवाही से सजा दर बढ़ाने का निर्देश दिया। इस दौरान क्राइम एंड क्रिमिनल ट्रैकिंग नेटवर्क एंड सिस्टम्स (सीसीटीएनएस), इंटीग्रेटेड क्रिमिनल जस्टिस सिस्टम (आईसीजेएस) और अन्य आईटी पहलों से संबंधित मुद्दों पर भी चर्चा की गई। इसके अतिरिक्त राज्य में सीसीटीवी कवरेज बढ़ाने से संबंधित मुद्दों पर भी चर्चा की गई।
बैठक में एडीजीपी आलोक मित्तल, ओमप्रकाश सिंह, श्रीकांत जाधव, ममता सिंह, एम रवि किरण, सीपी गुरुग्राम कला रामचंद्रन, सीपी फरीदाबाद विकास अरोड़ा, आईजी अंबाला रेंज शिवास कविराज, आईजी अमिताभ सिंह ढिल्लों, संजय कुमार, सुरक्षा सौरभ सिंह, राकेश कुमार आर्य, सतेन्द्र गुप्ता, कुलविंदर सिंह, हरदीप सिंह दून समेत सभी जिलों के पुलिस अधीक्षक भी उपस्थित थे।