शहर में चोर सूने मकानों को बना रहे निशाना, हर माह दो से तीन वारदातें
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कोटा। कोटा चोर शहर में सूने मकानों निशाना बना रहे हैं। चोर गिरोह इस साल हर माह दो से तीन सूने मकानों में हाथ की सफाई दिखा और लाखों रुपए के सोने-चांदी के जेवर व नकदी उड़ा चुके हैं। जनवरी से लेकर जुलाई माह तक 45 से अधिक प्रकरण दर्ज हो चुके। इनमें सूने मकानों में चोरी के भी प्रकरण शामिल हैं। अक्टूबर माह में ही पिछले 10 दिन में दो सूने मकानों में चोर वारदात को अंजाम दे चुके। त्योहारी सीजन में चोरियां ज्यादा होती है। बाहर से चोर गिरोह शहर में सक्रिय हो जाते हैं। जेबकतरे भीड़भाड़ और चोर सूने मकानों पर नजर रखते हैं। त्योहारों के कारण लोग घरों से बाहर, बाजार, अधिक जाते हैं। चोरों को सूने मकानों में हाथ साफ करने का मौका मिल जाता है।
उद्योग नगर थाना क्षेत्र के रायपुरा स्थित वृंदावन कॉलोनी स्थित एक सूने मकान में सोमवार देर रात चोर सोने-चांदी के जेवर, नकदी व अन्य सामान ले गए। मकान के बाहर खड़ी कार भी गायब है। जानकारी के अनुसार, वृंदावन कॉलोनी निवासी पायल बेटे की तबीयत खराब होने के कारण उसे अस्पताल ले गई थी। वहां से सीधे बच्चों को लेकर महावीर नगर स्थित बहन के घर चली गई और वहीं रुक गई। सोमवार को पड़ोसी देर रात जागरण से लौटे तो उसने घर के ताले टूटे होने की जानकारी दी। चोर मुख्य द्वार के ताले तोडकऱ सोने-चांदी के जेवर, 80 हजार व अन्य सामान ले गए। चोरों ने मकान में लगे सीसीटीवी तोड़ दिए तथा डीवीआर खोलकर ले गए। मकान के बाहर खड़ी कार भी गायब मिली है। अंदेशा है चोर कार भी ले गए। थानाधिकारी अनिल जोशी ने बताया कि मौका मुआयना कर जांच की जा रही है।
घर को सूना छोड़ते समय खिड़की-दरवाजे अच्छे से बंद कर जाएं। पूरे घर की लाइट बंद नहीं करें। चौक या आंगन की लाइट जला कर जाएं। चोर अधिकतर घरों के बाहर गन्दगी और समाचार पत्र देखकर मकान सूना होने का पता लगा लेते हैं। ऐसे में हॉकर और दूध वाले को बताकर जाएं। आस पड़ोस को सूचित करें, लेकिन ज्यादा लोगों को नहीं बताएं। शहर के बाहर जाएं तो परिचित को घर संभलाकर जाएं। चोर छतों से, बालकनी से या मुख्य द्वार का ताला तोड़कर प्रवेश करते हैं। इन जगहों पर सीसीटीवी लगाना उचित है।