बुद्धपुरा में दो साल से टंकी में पानी नहीं, बूंद-बूंद पानी के लिए तरसते हैं लोग

दो साल बाद भी टंकी में पानी नहीं

Update: 2023-05-30 06:42 GMT
बूंदी।  बुधपुरा कस्बे में ग्राम पंचायत की उपेक्षा से ग्रामीण पिछले दो साल से परेशान हो रहे हैं. कई बार समस्या बताने के बाद भी कोई समाधान नहीं हो रहा है। ऐसे में ग्रामीणों में आक्रोश है ग्रामीणों का कहना है कि जल्द समाधान नहीं हुआ तो धरना प्रदर्शन किया जायेगा. इसके लिए पूरी तरह से ग्राम पंचायत जिम्मेदार होगी। ग्रामीणों ने बताया कि यह समस्या गंभीर होती जा रही है। ग्रामीणों ने जिम्मेदारों को अवगत करा दिया है, लेकिन कोई ध्यान नहीं दे रहा है। यह पानी की टंकी सरकारी है और इसके संचालन की जिम्मेदारी ग्राम पंचायत की है। विडंबना यह है कि दो साल बाद भी टंकी में पानी नहीं भरा गया है। ऐसे में यह टंकी किसी काम की नहीं है। टंकी में पानी नहीं होने से ग्रामीणों को इधर से उधर भटकना पड़ रहा है। सरपंच के पास जाते हैं तो समाधान का आश्वासन ही मिलता है, हल कुछ नहीं होता। आखिर कब तक हम आश्वासनों पर काम करेंगे, हमारी सुनने वाला कोई नहीं है।
ग्रामीण जगन्नाथदास बैरागी, जगदीश भट, छोगालाल भाट, सोहनलाल, नानजी बैरागी सहित अन्य ग्रामीणों ने कहा कि पानी की समस्या का समाधान अब हमसे नहीं हो रहा है. सरकार भले ही घर-घर पानी पहुंचाने का दावा कर रही है, लेकिन हकीकत इसके बिल्कुल उलट है। उच्चाधिकारी बुधपुरा आकर स्थिति देखेंगे तो चौकाने वाला सच सामने आएगा। सरकारी टंकी में दो साल से पीने का पानी नहीं आ रहा है और अन्य माध्यमों से भी घरों में नियमित पानी नहीं आ रहा है. ऐसे में ग्रामीणों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
ग्रामीणों का कहना है कि चंबल परियोजना की भी स्थिति दयनीय है। हर घर पेयजल योजना के बाद ग्रामीणों ने सोचा था कि घर बैठे पीने का पानी मिल जाएगा। लेकिन ऐसा नहीं हो सका और अब भी स्थिति ऐसी है कि पानी के लिए भटकना पड़ रहा है। क्योंकि चंबल परियोजना के नलों में नियमित पानी नहीं आता है। आए दिन पानी भी प्रेशर से नहीं आ रहा है ऐसे में पानी भरने में दिक्कत हो रही है। यह बात सही है कि टंकी में काफी समय से पानी नहीं भरा है। कुछ दिक्कत है, इसके लिए हमने अधिकारियों को बता दिया है। अगले तीन दिनों में समस्या का समाधान कर दिया जाएगा।
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