गांव में घूम रहे युवक को ग्रामीणों ने चोर समझकर पकड़ा, एंबुलेंस ड्राइवर ने बचाया
सिरोही। कस्बे राजपुरा सिवेरा में शुक्रवार देर रात करीब 11:30 बजे गांव में एक युवक गमछे में लिपटा घूम रहा था। ग्रामीण उसे चोर समझकर पीटने ही वाले थे कि एंबुलेंस 104 के चालक ने उसे बचा लिया और एंबुलेंस 108 की मदद से पिंडवाड़ा पुलिस को सौंप दिया. राजपुरा सिवेरा कस्बे में शुक्रवार देर रात करीब 11:30 बजे एक मंदबुद्धि व्यक्ति गमछे में लिपटा घूमता दिखा। जब लोगों ने उससे कुछ पूछा तो वह कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे सका। इधर उधर झांक कर वह वहाँ से जाने लगा। इस पर लोग समझ गए कि यह चोर है। दो-चार लोग उसका हाथ पकड़कर गांव के बीच में ले आए। इसी बीच चोर की आवाज आई तो लोगों की भीड़ लग गई। जब सभी उसकी पिटाई कर रहे थे, तभी एंबुलेंस 104 के चालक सुरेश मीणा की नजर उस पर पड़ गई।
उसने किसी तरह युवक को उन लोगों के बीच से बचाया और घर लाकर उसे पहनने के लिए कपड़े दिए। खाना खाने को दिया। वह अपना नाम प्रमोद ही बता रहा था। इसके अलावा उनकी भाषा किसी को समझ नहीं आती थी। वह शायद कन्नड़ भाषा में बोल रहे थे। बाद में जब लोगों को गलती का अहसास हुआ तो उन्होंने उसे एंबुलेंस 108 के लिए फोन कर सुरक्षित पिंडवाड़ा भेजने को कहा। एंबुलेंस 108 के पायलट सुरेंद्र सिंह देवड़ा और मेल नर्स पंकज कटारा मौके पर पहुंचे और प्रमोद नाम के युवक को पिंडवाड़ा थाने ले गए। वहां पुलिस कर्मियों ने बताया कि उक्त युवक लावारिस है, इसलिए उसे पिंडवाड़ा के सरकारी अस्पताल भेज दें। एंबुलेंस ने उन्हें पिंडवाड़ा के सरकारी अस्पताल में छोड़ दिया।