टाउन हॉल में दर्शकों के सामने हुई अग्निपरीक्षा
नारी जीवन की स्थिति का सजीव मंचन किया गया.
जोधपुर: राजस्थान संगीत नाटक अकादमी और उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र, संस्कृति मंत्रालय प्रयागराज के संयुक्त तत्वावधान में राष्ट्रीय नाटक समारोह की शुरुआत गुरुवार से हुई। 5 दिन तक चलने वाले समारोह में प्रथम दिन नाटक अग्नि परीक्षा का मंचन किया गया।
जयपुर की नाट्य संस्था परंपरा नाट्य समिति की ओर से डॉक्टर हरिराम आचार्य लिखित नाटक अग्नि परीक्षा में नारी की ओर से दी जाने वाली अग्नि परीक्षा के बारे में बताया गया।
पद्मिनी का जौहर और सती प्रथा के नाम पर विधवा बहू का देह दहन के बारे में बताया गया। इसके माध्यम से यह सीख दी गई की सत्य और सत्य की ओट लेकर नियंता की मुद्रा में नारी को हर क्षण प्रताड़ित होना पड़ता है।
रिनोवेशन के बाद हुए पहले नाटक मंचन को देखने के लिए सभागार में कहीं कलाकार भी पहुंचे। कविता वक्त शुभारंभ अकादमी अध्यक्ष बिनाका जैश मालू, उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र प्रयागराज के निदेशक प्रोफेसर सुरेश शर्मा ने किया। नाटक का निर्देशन राजस्थान संगीत नाटक अकादमी से अवार्ड प्राप्त दिलीप भट्ट ने किया है। नाट्य समारोह के दूसरे दिन शुक्रवार शाम 7:15 पर लिविंग थिएटर, दिल्ली का शेख खैरूद्दीन के निर्देशन में नाटक इंकलाब शहीदों के नाम होगा।
मंच पर इन्होंने किया अभिनय
सूत्रधार- दिलीप शाह, शिव खिलजी- सिकंदर अब्बास, राणा एवं राम- सचिन भट्ट, सती एवं पद्मिनी- शाब्दिक शर्मा, सीता एवं फूल कंवर- आंचल अग्रवाल, गणेश एवं कौटस- मनीष चौरसिया, ससुर एवं कौटस-सी पी नागर, सास- ममता बगडाई, शिव- अमोह टेलर, कोरस- हर्ष भट्ट, शुभम महावर, पारस महावर, सुमित सेलन, अभिषेक शर्मा, रोहित यादव।