राज्य सरकार किसानों के हितों के लिए सदैव तत्पर- महादेव सिंह खण्डेला

Update: 2023-06-11 11:04 GMT
राजस्थान किसान आयोग के अध्यक्ष महादेव सिंह खण्डेला ने किसानों से संवाद करते हुए कहा कि राज्य सरकार किसानों के हितों के लिए सदैव तत्पर है तथा राज्य सरकार द्वारा जनकल्याणकारी योजनाओं के माध्यम से किसानों को लाभान्वित किया जा रहा हैं।
जिला मुख्यालय पर आयोजित कृषक संवाद कार्यक्रम में राजस्थान किसान आयोग के अध्यक्ष महादेव सिंह खण्डेला ने कहा कि राज्य के मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत की पहल पर राजस्थान किसान आयोग कृषक संवाद कार्यक्रम के माध्यम से हर जिले में जाकर किसानों से संवाद कर उनकी समस्याएँ सुनने के साथ ही सुझाव प्राप्त करने का कार्य कर रहा है। उन्होंने कहा कि आयोग किसानों द्वारा प्राप्त समस्याओं व सुझावों का अध्ययन करेगा तथां प्रतिवेदन बनाकर राज्य सरकार को प्रस्तुत कर अधिक से अधिक किसानों की समस्याओं का समाधान करने का प्रयास करेगा।
उन्होंने कहा कि भारत एक कृषि प्रधान देश हैं तथा हमारे देश की अर्थव्यवस्था कृषि पर आधारित है। उन्होने कहा कि राज्य के मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत द्वारा किसानों की प्रगति के लिए विभिन्न जनकल्याकारी योजनाएं चलाई जाकर उन्हें लाभांवित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा मुख्यमंत्री निःशुल्क कृषि बिजली योजना व मुख्यमंत्री कामधेनु बीमा योजना, तारबंदी व फॉर्म पोण्ड इत्यादि योजनाओं के माध्यम से किसानों को लाभांवित किया जा रहा हैं।
जिला कलक्टर निशान्त जैन ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा प्रारंभ किये गये कृषक संवाद कार्यक्रम के माध्यम से कृषक अपनी समस्याओं व सुझावों को सकारात्मक रूप से आयोग के समक्ष प्रस्तुत कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन व विभागों के आपसी समन्वय से जालोर जिले में बजट घोषणाओं की क्रियान्विति तीव्र गति से की जा रही है। जिले में सिंचाई विभाग द्वारा 10 सब सरफेस का निर्माण कार्य प्रारंभ किया चुका है। जीवाणा में अनार मंडी व कृषि विज्ञान केन्द्र केशवना के निकट कृषि महाविद्यालय की स्थापना के लिए भूमि आवंटन किया जा चुका है तथा शीघ्र ही निर्माण कार्य प्रारंभ किया जायेगा।
उन्होंने कहा कि महंगाई राहत कैंपों के माध्यम से मुख्यमंत्री निःशुल्क बिजली योजना के तहत किसानों को 2000 यूनिट प्रतिमाह निःशुल्क बिजली तथा मुख्यमंत्री कामधेनु बीमा योजना के तहत दो दुधारू पशुओं (गाय व भैंस) का प्रति पशु 40 हजार रूपये का बीमा किया जा रहा है। उन्होंने कृषकों व पशुपालकों को महंगाई राहत कैंपों में जाकर राज्य सरकार की विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं के लिए अधिक से अधिक पंजीकरण करवाने की बात कही।
जिला कलक्टर ने कहा कि किसानों को खुशहाल बनाने के उद्देश्य से राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही जनकल्याणकारी योजनाओं से विभिन्न विभागों द्वारा किसानों को लाभांवित किया जा रहा है। उन्होंने कृषकों से फॉर्म पौण्ड व तारबंदी के लिए अधिक से अधिक आवेदन करने की बात कही।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा 16 जून को लंपी स्किन डिजीज से पशुओं की मृत्यु से प्रभावित पशुपालकों को मुआवजा प्रदान करने के लिए कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जालोर जिले में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत गत वर्षों के दौरान किसानों को बड़ी राशि में मुआवजा मिला है तथा इस वर्ष की अंधेड-तूफान व तेज बारिश से फसलों को हुए नुकसान पर किसानों को उचित मुआवजा उपलब्ध करवाया जायेगा।
राजस्थान किसान आयोग के सदस्य डॉ. बीरबल ने कहा कि राज्य के मुख्यमंत्री श्री अशाक गहलोत किसानों के प्रति संवेदनशील है। राज्य सरकार द्वारा बजट घोषणाओं के क्रियान्वयन व महंगाई राहत कैंपों में विभिन्न योजनाओं से किसानों को लाभांवित किया जा रहा है। उन्होंने लघु कृषि, ड्रिप सिंचाई पद्धति, जैविक खेती, बीज मिनीकिट, एफपीओ के माध्यम से फूड प्रोसेसिंग यूनिट, तारबंदी योजना, भूमि की उर्वरता, कृषि तकनीकी, खाद्य प्रसंस्करण इत्यादि से संबंधित योजनाओं के बारे में कृषकों को जानकारी देकर अधिक से अधिक संख्या में लाभ लेने की बात कही।
कृषि विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ. आर.बी.सिंह ने जिले में कृषि उत्पादन, भौगोलिक स्थिति, विभागीय उपलब्धि सहित कृषि व उद्यान विभाग द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं के बारे में जानकारी दी।
कृषक संवाद कार्यक्रम में प्रगतिशत कृषकों ने अपनी समस्याएँ व सुझाव बताएं
कृषक संवाद कार्यक्रम के दौरान प्रगतिशील कृषकों ने राजस्थान किसान आयोग के पदाधिकारियों के समक्ष अपनी समस्याएँ बताई तथा सुझाव प्रस्तुत किए। किसान संवाद के दौरान जालोर प्रधान नारायणसिंह राजपुरोहित, पूर्व प्रधान प्रदीपसिंह सियाणा, हाजाराम, रिजवाना बानू, अणसी देवी, भलाराम चौधरी, मुकेश माली, कलाराम चौधरी व राजाराम चौधरी ने अपनी समस्याएँ व सुझाव बताए। आयोग के पदाधिकारियों ने कृषकों की समस्याओं व सुझावों का अध्ययन कर उनके समाधान करने की बात कही।
कार्यक्रम के अंत में पशुपालन विभाग के उप निदेशक डॉ. जगदीश विश्नोई ने आयोग के पदाधिकारियों सहित उपस्थित प्रगतिशील कृषकों का आभार जताया। कार्यक्रम का संचालन अम्बिका प्रसाद तिवारी ने किया।
कृषक संवाद कार्यक्रम में राजस्थान किसान आयोग के सदस्य डॉ.जी.एल.केसवा, प्रो. ओ.पी.खेदड, डॉ. बीरबल, नारायणराम बेडा व श्रीमती सोहनी चौधरी, आयोग की उप सचिव डॉ. नीता, राजीविका की डीपीएम चिदंबरा परमार, उद्यानिकी विभाग के उप निदेशक नरेन्द्र सिंह राठौड़ सहित बड़ी संख्या में पुरूष व महिला प्रगतिशील किसान एवं विभिन्न अधिकारी-कार्मिक उपस्थित रहे।
Tags:    

Similar News

-->