राजस्थान में सेवानिवृत्त हुई मां को अमेरिका से तोहफा देने आया था बेटा, आश्चर्य ऐसा था कि आंखों में आ गए खुशी के आंसू
आश्चर्य ऐसा था कि आंखों में आ गए खुशी के आंसू
अजमेर. राजस्थान के अजमेर में रहने वाली एक महिला शिक्षिका को रिटायरमेंट पर आज उनके बेटे ने ऐसा तोहफा दिया जिसे देखने के लिए लाइन लग गई । तोहफे के लिए करीब 4 लाख रुपए से भी ज्यादा की रकम चुकाई गई और उसके बाद मां को यह तोहफा दिया गया । अजमेर में आज जिसने भी इस बारे में सुना और तोहफ़ा देखा वह हैरान रह गया।
33 साल तक बच्चों को पढ़ाया शिक्षिका ने
दरअसल अजमेर के पीसांगन क्षेत्र में स्थित केसरपुरा कस्बे में सरकारी स्कूल में शिक्षिका सुशीला चौहान 33 साल की सेवा के बाद आज यानि शनिवार 30 जुलाई के दिन रिटायर हुई थी । मां के रिटायरमेंट से पहले ही अमेरिका में रहने वाला बेटा योगेश अजमेर आ गया था। उसने मां से पहले ही वादा किया था कि रिटायरमेंट का दिन यादगार बनेगा। ऐसा हुआ भी, योगेश ने मां के लिए विशेष तोहफा लिया । मां को स्कूल से घर तक लाने के लिए योगेश ने हेलीकॉप्टर किराए पर लिया। यह हेलीकॉप्टर 10 मिनट की राइड के लिए 4 लाख रुपए में किराया लिया गया था । उसके बाद घर पर लाकर बैंड बाजों के साथ मां का जोरदार स्वागत किया गया। साथ ही गुलाब के फूल बरसाए गए। सुशीला के पति और परिवार के अन्य लोग भी इस मौके पर मौजूद रहे।
बेटे ने दिया यादगार तोहफा
योगेश ने बताया कि वह और उसकी पत्नी स्वीटी चौहान दोनों यूएस में सेटल है। दोनों इंजीनियर है। कुछ समय पहले अमेरिका में ही बेटी का जन्म हुआ था। लेकिन वह अभी तक मां से नहीं मिल सकी। मां ने कहा था कि बेटी जब भारत आएगी, तो उसे जयपुर से अजमेर तक वह हेलीकॉप्टर में लेकर आएगी, जो पोती के लिए यादगार रहेगा। योगेश ने कहा कि तभी सोच लिया था कि मां को यादगार तोहफा देना है । इसके लिए आज के दिन से अच्छा और कौन सा दिन हो सकता था। योगेश और उनकी मां सुशीला चौहान के बारे में जब सूचना फैली तो हेलीकॉप्टर को देखने के लिए सैकड़ों की संख्या में लोग वहां आ पहुंचे। सुशीला चौहान ने कहा बेटे ने जैसा कहा था वैसा कर दिखाया। आज का दिन कभी नहीं भूल सकती। बेटे ने यादगार बना दिया। लेकिन स्कूल के बच्चों को छोड़ने का गम हमेशा रहेगा।