पुलिस विभाग ने जारी किया अजीबो-गरीब फरमान, लोगों ने सुनाई खरी खोटी

स्पष्टीकरण देना पड़ा

Update: 2021-10-27 14:13 GMT

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राजस्थान पुलिस(Rajasthan Police) के एक फरमान से सोशल मीडिया पर अफवाहों और चर्चाओं ने जोर पकड़ लिया. दरअसल, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक(पुलिस मुख्यालय) ए पुन्नूचाम्मी के हस्ताक्षर से एक आदेश जारी हुआ था. आदेश में कहा गया पुलिस विभाग के किसी भी भवन और पुलिस स्टेशन में धार्मिक और पूजा स्थल नहीं बनाए जाएंगे. ये आदेश राज्य के सभी पुलिस अधीक्षकों को जारी किया गया था. इस आदेश के जारी होते ही सोशल मीडिया पर लोगों ने तीखी प्रतिकिया देनी शुरू कर दी. मामला बढ़ता देख पुलिस विभाग को सपष्टीकरण जारी करना पड़ा. संशोधित आदेश में बताया गया कि पहले से पुलिस भवनों और पुलिस थानों में जो धार्मिक और पूजा स्थल बने हुए हैं, ये आदेश उनके विषय में नहीं है. ये आदेश सिर्फ नए बनाए जाने वाले पुलिस भवनों और पुलिस स्टेशनों के लिए है.

इस आदेश में ए पुन्नूचाम्मी ने कहा कि पुलिस थानों में प्रभावशाली लोगों के द्वारा जनसहभागिता के तहत पूजा स्थल बनाए जाने की शिकायतें लगातार मिल रही थी. इससे पुलिस के कामकाज में ऐसे लोगों के अनावश्यक दखल की संभावना बनी रहती है. रोक नए बनने वाले पूजा स्थलों के निर्माण पर लागू होगी. पहले से बने पूजा स्थल यथावत रहेंगे. नए आदेश के बाद सोशल मीडिया पर चर्चाओं का दौर थम गया. पुलिस विभाग की ओर से जब आदेश जारी किया गया था तब बीजेपी नेता राजेंद्र राठौड़ ने तीखी प्रतिक्रिया दी थी. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ऐसे तुगलकी फरमान जारी करके धार्मिक भेदभाव की राजनीति कर रही है. वह हिंदू धर्म को टारगेट कर रही है. आम लोग भी इस मुद्दे को लेकर राज्य की अशोक गहलोत सरकार को घेरने और हिंदू विरोधी बताने लगे.

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