जयपुर। उत्तर भारत के ज्यादातर राज्यों में बारिश के बाद एक बार फिर ठंड ने जोर पकड़ लिया है। जनवरी के ठीक बाद फरवरी का महीना कड़ाके की ठंड के साथ शुरू हो गया है, जिसका असर राजस्थान के ज्यादातर जिलों में देखने को मिला है। माउंट आबू में भी कुछ ऐसा ही नजारा था। यहां के तापमान में भारी गिरावट हुई, जिससे पारा -4 डिग्री तक लुढ़क गया। ठंड का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि मैदानी इलाकों से लेकर वाहनों के शीशे तक बर्फ की मोटी परत जम गई है।
जनवरी महीने में पड़ रही कड़ाके की ठंड के बाद फरवरी के पहले दिन पड़ रही कड़ाके की ठंड से एक बात तो साफ हो गई है कि अभी कुछ दिनों तक सर्दी का कहर कम होने के आसार नहीं हैं। जनवरी की सर्दी के बाद फरवरी के पहले ही दिन माउंट आबू के मैदानी इलाकों में बर्फ की सफेद मोटी चादर जमी हुई नजर आई। माउंट आबू में अचानक आई भीषण सर्दी ने यहां आए पर्यटकों को रोमांचित कर दिया है। सुबह-सुबह होटलों में ठहरे सैलानी भी मेजों पर जमी बर्फ को हाथों से उठाकर खेलते नजर आए। इस जमी हुई बर्फ से खेलने के लिए पर्यटक रोमांचित हो उठे। सर्दी के इस मौसम का लुत्फ उठाने के लिए पर्यटक बड़ी संख्या में यहां पहुंच रहे हैं।
राजस्थान के ज्यादातर जिलों में इस समय ठंड कहर बरपा रही है, जिसका असर माउंट आबू के अलावा चूरू, सीकर, हनुमानगढ़, झुंझुनू और इसके आसपास के जिलों में देखा जा रहा है। मौसम विभाग के मुताबिक अगले कुछ दिनों तक ठंड से राहत के आसार नहीं हैं।