राजीव गांधी ग्रामीण खेल के मुकाबले 29 अगस्त से होंगे शुरू

Update: 2022-08-09 07:11 GMT

जयपुर: राजस्थान में आगामी 29 अगस्त से शुरू होने जा रहे खेलों के महाकुंभ राजीव गांधी ग्रामीण खेल के लिए रजिस्ट्रेशन पूरे हो गए हैं। जिससे राज्य में खेलो का बड़ा दंगल देखने को मिलेगा। राजीव गांधी ग्रामीण खेल के महाकुंभ में करीब 30 लाख खिलाड़ी शामिल होंगे। इसके लिए करीब चालीस करोड़ रुपये का बजट तय किया गया है। इसमें से अब बजट शिक्षा विभाग को भी दिया जायेगा। इन खेलों के लिए तैयारियां अब अपने अंतिम चरण में हैं। प्रतियोगिता में पुरूष वर्ग के करीब बीस लाख एवं महिला वर्ग में दस लाख खिलाड़ी शामिल होंगी। बता दे कि राजस्थान में लंबे इंतजार के बाद अब राजीव गांधी ग्रामीण ओलंपिक होने जा रहा है। ग्राम स्तर पर खेल प्रतिभाओं की खोज के मकसद के लिए राज्य खेलों की तर्ज पर ग्राम पंचायत, ब्लॉक, जिला और राज्य स्तर पर इन खेलों का आयोजन किया जाएगा। 29 अगस्त से ग्राम पंचायत स्तरीय खेल प्रतियोगिताएं शुरू होगी। ये चार दिन तक चलेंगी। इसके बाद चार दिनों के लिए 12 सितंबर से ब्लॉक स्तरीय खेल प्रतियोगिताएं होंगी। इसके अलावा जिला स्तर पर 22 सितंबर से 3 दिन तक प्रतियोगितायें होंगी। उसके बाद राज्य स्तर पर प्रतियोगितायें होंगी। ये भी चार दिन तक चलेंगी। ये 2 अक्टूबर से शुरू होंगी। इस आयोजन में छः खेलों यथा कबड्डी, शूटिंग बॉल, टेनिस बॉल क्रिकेट, वॉलीबॉल, हॉकी और खो-खोको शामिल किया गया है। इसमें सर्वाधिक 11 लाख आवेदन कबड्डी में आए हैं।

राजीव गांधी ग्रामीण ओलंपिक के खेलों के इस महाकुंभ का शुभारंभ 29 अगस्त को होगा। इसके लिए तैयारियां अब अंतिम चरण में की जा रही हैं। खेल परिषद की विभिन्न बैठकों में तैयारियों का दौर लगातार जारी हैं। खेल परिषद अध्यक्ष कृष्णा पूनिया का कहना है कि पहली बार ऐतिहासिक ग्रामीण खेलों के लिए परिषद की तैयारियां अब अंतिम चरण में चल रही हैं। 11 हजार 341 पंचायत और 352 ब्लॉक स्तर पर होने वाले इन आयोजनों के लिए ग्राम स्तर से लेकर ब्लॉक स्तर पर आयोजन कमेटियों का गठन किया जा चुका है। पंचायत स्तर पर सरपंच इस कमेटी के संयोजक होंगे। जबकि ब्लॉक स्तर पर उपखंड अधिकारी कमेटी के संयोजक होंगे। दस करोड़ 38 लाख रुपये ग्राम पंचायतों के लिए और ब्लॉक स्तर के लिए सात करोड़ रुपये का बजट तय किया गया है। इसमें प्रतियोगिता के आयोजन से लेकर ब्लॉक स्तर पर खिलाड़ियों के भोजन की व्यवस्था की जिम्मेदारी भी होगी।

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की इस बजट घोषणा पर खेल विभाग से लेकर परिषद ने अपना पूरा फोकस कर रखा है। राज्य में अपनी तरह के सबसे बड़े खेल आयोजन में कोई कोर कसर नहीं रहे इसे लेकर हर तरह की कवायद की जा रही है। इस खेल आयोजन से प्रदेश में खेलों का बेहतर माहौल तैयार करने की कोशिश की जा रही है। 

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