पेपर में अशुद्धि का खामियाजा महिला अभ्यर्थी को पड़ा भुगतना
रीट 2021 की लेवल 2 (REET Exam 2021 Level 2) की एक महिला अभ्यर्थी का आरोप है कि अंग्रेजी भाषा का उसने चयन किया था लेकिन पेपर तय पैटर्न पर नहीं था.
जनता से रिश्ता। रीट 2021 की लेवल 2 (REET Exam 2021 Level 2) की एक महिला अभ्यर्थी का आरोप है कि अंग्रेजी भाषा का उसने चयन किया था लेकिन पेपर तय पैटर्न पर नहीं था. पेपर में व्याकरण संबंधी त्रुटियां थी (Grammatical Mistakes In Reet Paper) जिस कारण वह पेपर सॉल्व नही कर पाई. आपत्ति देने के बाद भी बोर्ड ने उसकी आपत्ति को दरकिनार कर दिया. जिससे वह डिप्रेशन का शिकार (Reet Candidate In Depression) हो गई है.
महिला अभियार्थी जेएलएन अस्पताल (Reet Candidate Admitted To JLN) में भर्ती है लेकिन उसने इलाज से साफ इनकार कर दिया है. जिद्द है कि जब तक उसे न्याय नही मिलता तब तक वह इलाज नहीं कराएगी.अजमेर की इस महिला अभ्यर्थी का नाम दीप्ति सैनी है. दीप्ति 15 वर्षो से प्रतियोगी परीक्षाएं दे रही हैं. इस बार रीट के लिए कड़ी मेहनत की थी. परीक्षा के लिए उसने इंग्लिश लेंग्वेज (English For REET Exam 2021) का चयन किया था. दीप्ति का आरोप है कि रीट की लेवल 2 (REET Exam 2021 Level 2) की परीक्षा में आंसर शीट बदली गई है. जब आपत्ति की तब बोर्ड सचिव ने एक सहायक को भेज कर दूसरी सीरीज का प्रश्न पत्र पकड़ा दिया. जिससे वो तनाव में आ गई.
दीप्ति कहती हैं- मैंने उत्तर चैक किये तो उनमें और भी गड़बड़ियां निकलीं. प्रश्न पत्र मिलने पर प्रश्न चैक किये तो उसमें व्याकरण मिस्टेक थी. सैनी ने बताया कि ऑब्जेक्टिव टाइप उत्तर में से मुझे सही उत्तर चुनना ही था, क्योंकि उत्तर छोड़ नही सकती थी और नेगेटिव मार्किंग नही थी. मेरे डिप्रेशन में आने का यही कारण है. मैं इतने वर्षों से प्रतियोगी परीक्षा दे रही हूं. रीट परीक्षा मेरे लिए अंतिम अवसर था. मैंने आपत्ति भी दी थी. अब रीट प्रशासन कह रहा है कि एक प्रश्न के उत्तर में गलती है इससे कुछ अभ्यर्थी ही प्रभावित होंगे. जबकि प्रश्न पत्र में कई प्रश्न गलत हैं.
प्रश्न में व्याकरण अशुद्धि है. अंग्रेजी भाषा की अभियार्थी के नाते मैं तो प्रश्न को उसी तरीके से सोचूंगी और समझूंगी. जैसा मैंने पढ़ा है यही उसमें व्याकरण त्रुटि है तो उसका उत्तर भी गलत ही होगा. रीट परीक्षा लेवल 2 में मेरे साथ यही हुआ है. दीप्ति के मुताबिक उनके माता-पिता नहीं हैं. घर में और कोई कमाने वाला भी नहीं है. पिता की जीवन भर की कमाई अजमेर सेंट्रल कॉपरेटिव बैंक में अटकी हुई है. परिवार पर कर्जा है. केवल मैं ही परिवार में 1 सदस्य हूं जो परिवार का पालन पोषण करने मैं सक्षम थी.
दीप्ति सैनी डिप्रेशन की वजह से तबियत बिगड़ने पर जेएलएन अस्पताल में भर्ती हुई हैं. लेकिन दीप्ति ने चिकित्सकों एवं नर्सिंग स्टाफ से इलाज लेने से साफ इनकार कर दिया है. उसका कहना है कि जब तक उसे न्याय नही मिलता तब तक वह इलाज नही करायेंगी.
गौरतलब है कि रीट समन्वयक डॉ डीपी जारोली प्रेसवर्त्ता कर स्पष्ट कर चुके हैं कि j सीरीज में 74, k सीरीज में 81, L सीरीज में 72 और M सीरीज में 65 वें प्रश्न में गड़बड़ी है. ऐसे में एक ही प्रश्न के पूर्व के सही उत्तर A और C के स्थान पर B व C को विशेषज्ञों ने सही नही माना है. सही उत्तर देने वालो को इसका फायदा और गलत उत्तर देने वालो को नुकसान होगा. इसके बाद कोई आपत्ति स्वीकार नहीं होगी. इसी आधार पर रीट लेवल 2 का संशोधित परिणाम जल्द जारी होगा.