प्रधानमंत्री आवास योजना में चयनित परिवार को सालों से इंतजार, फिर भी उम्मीद
प्रधानमंत्री आवास योजना
दौसा। दौसा प्रधानमंत्री आवासीय योजना में जिम्मेदार अधिकारियों की अनदेखी के कारण निर्धन परिवारों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा हैं। ऐसा ही एक मामला ग्राम पंचायत अनंतवाडा़ के बड़ चौराहे का सामने आया हैं। जहां अधिकारियों की अनदेखी निर्धन परिवार पर भारी पड़ती नजर आती हैं। पीएम आवासीय योजना का चयनित परिवार कई वर्षो से अपने आशियाने का इंतजार है, लेकिन जिम्मेदारों का इस ओर कोई ध्यान नहीं हैं। अन्त्योदय कार्ड धारक पीड़ित ताराचंद सैनी का कहना है कि पीएम आवासीय योजना के तहत 2011 व 2017 में उसका चयन किया गया, लेकिन अभी तक उसे इसका लाभ नहीं मिल सका हैं। वह इसके लिए ग्राम पंचायत, पंचायत समिति से लेकर उच्च अधिकारियों तक चक्कर लगा चुका हैं। लेकिन उसे मिला तो सिर्फ आश्वासन ही। जिसको लेकर आज उसके परिवारजनों के चेहरों पर निराशा साफ झलकती दिखाई देती हैं। मामले को लेकर मुझे जानकारी नहीं हैं। इसकी जानकारी जुटाकर और अधिकारियों से बात करके चयनित को जल्द आवासीय योजना का लाभ दिलाने का प्रयास किया जाएगा।
पीड़ित ताराचंद के परिवार में वृध्द मां, पत्नी, दो बाटियां, पुत्र सहित कुछ छह सदस्य हैं। ताराचंद व उसकी पत्नी अनोखी देवी देहाडी मजदूरी कर अपने परिवार का गुजर बसर कर रहे हैं। आर्थिक स्थिति से बहुत ही कमजोर होने के कारण ताराचंद अपने कच्चे मकान के ऊपर टीनशैड भी नहीं लगा सका। जिससे की बारिश के दिनों में उसके छप्परपोश में पानी टपकने लगता हैं और पूरा परिवार रात भर जाग कर बारिश रूकने का इंतजार करता हैं। उसका कहना है कि मजदूरी के दौरान लगातार कार्य नहीं मिलने के कारण परिवार का गुजर बसर करना भी बडा़ मुश्किल है।इसके चलते पति-पत्नी दोनों देहाडी मजदूरी कर अपने बच्चों को पढ़ा रहे हैं। वहीं वृद्ध मां भी बीमार रहती हैं। पूरा परिवार पीएम आवासीय योजना का लाभ नहीं मिल पाने के कारण छप्परपोश में रहने को मजबूर हैं।
बांदीकुई. प्रधानमंत्री आवासीय योजना में जिम्मेदार अधिकारियों की अनदेखी के कारण निर्धन परिवारों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा हैं। ऐसा ही एक मामला ग्राम पंचायत अनंतवाडा़ के बड़ चौराहे का सामने आया हैं। जहां अधिकारियों की अनदेखी निर्धन परिवार पर भारी पड़ती नजर आती हैं। पीएम आवासीय योजना का चयनित परिवार कई वर्षो से अपने आशियाने का इंतजार है, लेकिन जिम्मेदारों का इस ओर कोई ध्यान नहीं हैं। अन्त्योदय कार्ड धारक पीड़ित ताराचंद सैनी का कहना है कि पीएम आवासीय योजना के तहत 2011 व 2017 में उसका चयन किया गया, लेकिन अभी तक उसे इसका लाभ नहीं मिल सका हैं। वह इसके लिए ग्राम पंचायत, पंचायत समिति से लेकर उच्च अधिकारियों तक चक्कर लगा चुका हैं। लेकिन उसे मिला तो सिर्फ आश्वासन ही। जिसको लेकर आज उसके परिवारजनों के चेहरों पर निराशा साफ झलकती दिखाई देती हैं।