राजस्थान: इस बार सरहदी जिले जैसलमेर में मानसून की अच्छी बारिश हुई है और किसानों के चेहरों पर काफी खुशी है. हालांकि रेगिस्तानी इलाके में एक बार फिर टिड्डियों का खतरा मंडराने लगा है. भारत-पाक सीमा से सटे सीमावर्ती जिले जैसलमेर में एक बार फिर से टिड्डियों का हमला शुरू हो गया है, जिससे एक बार फिर यह चिंता सताने लगी है कि कहीं दो साल पहले की तरह इस बार भी टिड्डियां कहर न बरपा दें. सीमावर्ती इलाकों में एक बार फिर टिड्डियों के आतंक ने दस्तक दे दी है. जैसलमेर के नहरी इलाकों में टिड्डी दल दिखने से किसानों को फसलों की चिंता सताने लगी है. तेज़ हवाओं के साथ उड़कर ये खेतों में आ गए हैं. फिलहाल इनकी संख्या कम है. मोहनगढ़ नहरी क्षेत्र के 12 पीडी में टिड्डी आ गई है। जुलाई में विश्व खाद्य संगठन ने भारत-पाक सीमा पर टिड्डियों के आने की चेतावनी जारी की थी. अचानक टिड्डी दल जैसलमेर जिले के मोहनगढ़ पहुंच गया. आसपास फाका दल के छोटे-छोटे समूह इलाके में उड़ते नजर आ रहे हैं.
आज से सीमा पर ऑपरेशन अलर्ट शुरू, बीएसएफ के अधिकारी और जवान एक साथ सीमा पर रहेंगे अलर्ट टिड्डियों के झुंड को देखकर किसान काफी चिंतित है. इस पूरे मामले की जानकारी फर्स्ट इंडिया को मिलने के बाद फर्स्ट इंडिया जैसलमेर से करीब 150 किलोमीटर दूर अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास ग्राउंड जीरो पर पहुंची और मामले की पूरी जानकारी ली और किसानों से खास बातचीत की.