राजस्थान का वो शहर जहां खट्टा खाने के शौकीन लोगों को मिलती हैं 50 से ज्यादा वैरायटी
राजस्थान। बीकानेर अपने चटपटे स्वाद के लिए पूरे विश्व में प्रसिद्ध है. यहां खट्टो की एक या दो वैरायटी नहीं बल्कि 50 से अधिक तरह की वैरायटी मिलती है. इन खट्टे स्वाद की देश विदेश में भी काफी डिमांड है. यहां हर साल खट्टे से करोड़ो का कारोबार होता है. इस शहर में ज्यादातर लोग खाने के बाद खट्टे खाना ज्यादा पसंद करते है. दुकानदार ऋषि ने बताया कि बीकानेर में शुष्क मौसम होने पर यह खट्टे यहां आसानी से सुख जाते है. यह दुकान करीब 50 साल पुरानी है. यहां खट्टो की लगभग सभी तरह की वैरायटी मिलती है. यहां खट्टे 150 से 250 रुपए किलो तक बिकती है. यह एक साल तक खराब नहीं होते है. यह खट्टे सप्ताह में एक या दो दिन बनाते है. धमोली तीज पर यहां सबसे ज्यादा खट्टे बिकते है. शहर में जगह-जगह खट्टे की दुकान लगनी शुरू हो गई है.
इतने तरह की है वैरायटी
खट्टो में यहां कई तरह की वैरायटी मिलती है. इनमें इमली, हींग, अनार दाने का खट्टा, नींबू, अजवाइन, जीरा, दाना मेथी, निंबुरास की पिपल, बेर का खट्टा, खजूर, मिश्री पाचक, हींग की गोली, अनार दाना गोली, अनार मुन्नाका, इलायची बाटिया, खट्टी मीठी छुआरा, खट्टी छुआरा, जीरा गोली, पिपरमेंट, आरहद, पुदीने की गोली, इमली की गोली, अदरक पाचक आदि वैरायटी मिलती है.
ऋषि ने बताया कि खट्टे को बनाने में लगभग दो से तीन दिन का समय लगता है. इसमें सबसे पहले चीनी का बूरा लेते है. इस बूरा में काली मिर्च, पिपल, सोंठ डालते हैं. इसमें अलग-अलग वैरायटी की चीजें भी डालते हैं. फिर आटे को पानी में डाल देते हैं. इसको करीब दो दिन रखने के बाद इसकी गोलियां बनाते हैं. इन गोलियों पर बूरा लगता है और फिर सुखाने के लिए रख दिया जाता है.