बूंदी। बूंदी की सदर थाना पुलिस ने पुलिस पर हमला करने के आरोपी को एमपी के नीचम से गिरफ्तार किया है. आरोपी 18 साल से फरार था. आरोपी पर 20 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया था. सदर थाना SHO अरविंद भारद्वाज ने बताया कि 18 साल पहले पुलिस पर जानलेवा हमला और फायरिंग के आरोपी तूफान सिंह को पकड़ने में 2 कांस्टेबलों की विशेष भूमिका रही. आरोपी को पकड़ने के लिए टीम बनाकर कांस्टेबल रंजीत घटाला और कैलाश को आरोपी के गांव कुडंलिया (मध्यप्रदेश) भेजा गया. जब दोनों सिपाही आरोपी के गांव पहुंचे तो पता चला कि वह काफी शातिर है और समय-समय पर अपनी पहचान बदलकर काम करता रहता है। उनके बारे में बहुत कम लोग जानते हैं.
ऐसे में आरोपी के बारे में पता लगाने के लिए दोनों सिपाही खुद को जियो नेटवर्क कंपनी का कर्मचारी बताकर आरोपी के गांव में काफी देर तक रुके रहे. इस दौरान पुलिस को पता चला कि आरोपी जेसीबी चलाता था. यह काम पहचान छिपाकर काम की जगह भी बदलता रहता है। इस कारण वह पुलिस के हाथ नहीं लग सका। दोनों सिपाहियों ने आरोपियों की पूरी लोकेशन और जानकारी जुटाई और आला अधिकारियों को जानकारी दी. आरोपियों के बारे में पुख्ता जानकारी मिलने पर बूंदी से एएसआई राकेश कुमार के नेतृत्व में टीम नीमच (मध्यप्रदेश) के कुंडलिया गांव पहुंची। स्थानीय पुलिस से मदद मांगने पर आरोपी के फरार होने की आशंका के चलते पुलिस ने आरोपी तूफान सिंह पुत्र श्याम सिंह बंजारा को हिरासत में लिया और बूंदी ले आई, जिसे गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया गया.
18 साल पहले तत्कालीन सदर SHO मुन्नाअली पर जानलेवा हमले के मामले में आरोपी भुवना बंजारा व अन्य की तलाश में बूंदी के अस्तोली आए थे। इसी बीच भुवना और तूफान सिंह को पुलिस के आने की खबर मिल गयी. ये लोग माताजी के नाले के पास पहाड़ी पर छुपे हुए थे. पुलिस को करीब आता देख आरोपियों ने पुलिस पर हमला कर दिया और फायरिंग शुरू कर दी. पुलिस ने मौके से भुवाणा पुत्र भीमा बंजारा निवासी बागमाता बूंदी को पहले ही गिरफ्तार कर लिया था तथा तूफान सिंह फरार था। पुलिस ने उनके पास से धारदार हथियार से फायरिंग में प्रयुक्त एक देशी पिस्तौल बरामद किया था. इसके बाद से पुलिस ने फरार चल रहे तूफान सिंह पर 20 हजार रुपये का इनाम घोषित कर दिया था.