करौली। करौली फरवरी में कूर्ग में तापमान 34 डिग्री के आसपास चल रहा है। ऐसे में अब सरसों की कटाई तेज हो गई है। इस समय क्षेत्र के कई गांवों में सरसों की कटाई का काम चल रहा है साथ ही कटाई के साथ थ्रेसिंग शुरू हो गई है, सरसों की नई उपज बिक्री के लिए मंडियों में पहुंचने लगी है. वहीं, मंडियों में उपज के अच्छे दाम नहीं मिल रहे हैं। वहीं समर्थन मूल्य खरीदी को लेकर अभी तक कोई प्रक्रिया शुरू नहीं हुई है। गर्मी तेज होने से सरसों की फसल भी देर से पकने लगी है। क्षेत्र सहित आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में इन दिनों सरसों की कटाई जोर पकड़ने लगी है, जिससे गांव के लोगों को रोजगार भी मिल रहा है. कटाई के लिए मजदूर 200 से 250 रुपये प्रतिदिन मजदूरी ले रहे हैं, वहीं थ्रेशर मशीन से सरसों डेयरी को निकालने का काम भी शुरू हो गया है.
इन दिनों क्षेत्रों में सरसों की फसल पकने के कारण कटाई के लिए आसपास के गांवों से मजदूरों को लाना पड़ रहा है और मड़ाई भी शुरू हो गई है. हालांकि बाद में बोए गए अधिकांश क्षेत्रों में पछेती सरसों और चना गेहूं की फसलें लहलहा रही हैं तो कहीं किसानों द्वारा गेहूं की फसल में अंतिम सिंचाई की जा रही है। उत्पादन में वृद्धि की सम्भावना-वर्षाकाल सहित नवम्बर-दिसम्बर तक क्षेत्र में अच्छी वर्षा होने से जलस्रोतों में अच्छा जल था।
वहीं, बारिश के कारण सिंचाई के लिए पर्याप्त पानी उपलब्ध हो गया था। जिससे सरसों की फलियों में दाना भी मोटा हो गया। इस बार क्षेत्र में सरसों की अच्छी पैदावार हुई है। कृषि विभाग के अधिकारियों के मुताबिक इस बार पिछले साल की तुलना में उत्पादन में बढ़ोतरी होगी. किसान अपनी नई उपज को मंडियों में ले जाने लगे हैं। किसानों ने बताया कि मंडियों में सरसों की नई उपज 4800 से 4850 रुपये प्रति क्विंटल की दर से खरीदी जा रही है. नई फसल की आवक से इन दिनों सरसों के भाव में पहले की बजाय 1500 से 2000 रुपए प्रति क्विंटल की कमी आई है। क्योंकि पिछले साल करीब 8000 प्रति क्विंटल बिका था।