कोटा: संभाग का सबसे बड़ा एमबीएस अस्पताल हमेशा सुर्खियों में रहता है। एमबीएस में लंबे समय से संचालित हो रहे सर्जिकल आॅफिस में इन दिनों विवाद चल रहा है जिसमें इस आॅफिस को एनएमसीएच में शिफ्ट किए जाने को लेकर सर्जरी विभाग के एचओडी डॉ राजेश वासवानी द्वारा स्टॉफ को हटा दिया गया है और सर्जरी विभाग के आॅफिस में ताला लगा दिया गया है जिससे वहां उपस्थित स्टॉफ को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है इस मामले की एक शिकायत मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य संगीता सक्सेना को भी की लेकिन कोई समाधान नहीं निकला। बुधवार को प्रशासनिक अधिकारी अवकाश के बाद काम पर लौटे तो आॅफिस पर ताला गया मिला और सर्जिकल वार्ड के एचओडी डॉ. राजेश वासवानी की ओर से आॅफिस के गेट पर ताला लगाकर एक आदेश लगा रखा है। व्यवस्थाओं के चलते इस आॅफिस को एनएमसीएच में शिफ्ट है। एनएमसीएच न्यू मेडिकल कॉलेज के अस्पताल में शुरू किया है। वहीं प्रशासनिक स्टॉप का कहना है कि बिना प्रशासनिक अनुमति लिए आॅफिस को दूसरी जगह शिफ्ट करना कानूनी तौर पर गलत है। इसकी जानकारी प्राचार्य तक को नहीं है। सारा निर्णय सर्जिकल विभाग के एचओडी अपने स्तर पर करने से सारा यह मामला बढ़ता नजर आ रहा है। पिछले चार दिन से इस आॅफिस पर ताला लगा हुआ है। यहां का स्टॉफ बाहर बैठ रहा है।
मेडिलक सर्जिकल आॅफिस में ये होता है काम
मेडिकल सर्जिकल आॅफिस में एमबीबीएस व पीजी कर रहे मेडिकल स्ट्डेंट के सभी प्रशासनिक कार्य व अकेडिमिक कार्य होते है। यहां से मेडिकल वार्ड स्टूडेंट अकेडमिक जानकार लेते और यहीं पर बैठते है। इस अफिस में लंबे समय से अराजपत्रित अधिकारी की पोस्ट खाली चल रही है। सारा काम 18 साल से यहां कार्यरत राजपत्रित अधिकारी सुरेंद्र दीक्षित कर रहे है। ये अरापत्रित अधिकारी का कार्य भी कर रहे है। जबकि राजपत्रित अधिकारी की पोस्ट मेडिकल कॉलेज में है। लेकिन पिछले कई सालों यहीं अराजपत्रित अधिकारी का कार्य लिया जा रहा है। ये सब बिना कॉलेज प्रशासन की आदेश हो रहा है। प्रशासनिक अधिकारी सुरेंद्र दीक्षित ने बताया कि बिना प्रशासन की अनुमति लिए एचओडी डॉ. राजेश वासवानी द्वारा आॅफिस को न्यू मेडिकल अस्पताल में शिफ्ट कर दिया है। जिससे मेडिकल स्टूडेंट के साथ यहां कार्यरत स्टॉफ को परेशानी हो रही है। पिछले चार दिन से सर्जिकल आॅफिस का स्टाफ आॅफिस के बाहर ही बैठ रहा है।
इनका कहना है
बिना प्रशासनिक अनुमति के मेडिकल सर्जिकल आॅफिस को एनएमसीएच में शिफ्ट किया है। बुधवार को मैं अवकाश के बाद ड्यूटी पर आया तो यहां ताला लगा मिला। यह ताला अस्पताल की और से नहीं बल्कि सर्जिकल विभाग के एचओडी डॉ. राजेश वासवानी द्वारा अपने स्तर लगाया। इसकी शिकायत प्राचार्य डॉ. संगीता सक्सेना से की। इस पर उन्होंने का कि गुरुवार को ताला खुलवाकर पुन: आॅफिस इसी स्थान पर संचालित कराया जाएगा। इस संबंध में उन्होंने एचओडी डॉ. वासवानी से वार्ता की है। गुरुवार को आॅफिस का ताला नहीं खुलता है तो आगे की कार्रवाई की जाएगी।
- सुरेंद्र दीक्षित, प्रशासनिक अधिकारी मेडिकल कॉलेज कोटा