राजस्थान में छात्र संघ चुनाव में हुई धांधली, यूनिवर्सिटी ने RSS के दबाव में की गड़बड़ी: महासचिव प्रत्याशी
जयपुर न्यूज़: राजस्थान में छात्र संघ चुनाव के नतीजों को लेकर विरोध थमने का नाम नहीं ले रहा है। कल (बुधवार) को एनएसयूआई महासचिव संजय चौधरी के नेतृत्व में बड़ी संख्या में छात्रों ने डीएसडब्ल्यू कार्यालय पर विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान स्टाफ की अनुपस्थिति से परेशान छात्रों ने डीएसडब्ल्यू कार्यालय में ताला लगाने की कोशिश की। इसे रोकने के लिए पुलिस ने हल्का बल प्रयोग किया। जिसमें एक छात्र को मामूली चोट आई है, जिसे प्राथमिक उपचार के लिए अस्पताल ले जाया गया। संजय चौधरी ने आरोप लगाया कि एबीवीपी उम्मीदवार अरविंद जाजरा चुनाव लड़ने के योग्य नहीं हैं। जिसके चलते विवि प्रशासन ने भी उनका नामांकन खारिज कर दिया। क्योंकि अरविंद विश्वविद्यालय का नियमित छात्र नहीं था। इसलिए नियमों के आधार पर वह इस बार चुनाव लड़ने के योग्य नहीं थे।
लेकिन विश्वविद्यालय प्रशासन पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का दबाव था। अरविंद और एबीवीपी के लोगों ने यूनिवर्सिटी स्टाफ को धमकाया। उसके परिवार को धमकाया। जिसके कारण उन्हें चुनाव लड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा। जो न केवल नियमों के विरुद्ध है। बल्कि यह हाईकोर्ट के आदेश का भी उल्लंघन है। ऐसे में न्याय मिलने तक मेरा विरोध जारी रहेगा। बता दें कि राजस्थान विश्वविद्यालय में अध्यक्ष पद पर निर्मल चौधरी ने जीत हासिल की।निर्मल चौधरी को 4043, निहारिका जोरवाल को 2578, रितु बराला को 2010, नरेंद्र यादव को 988 वोट मिले। वहीं, एबीवीपी के उम्मीदवार अरविंद जाजरा ने एनएसयूआई के संजय को हराकर मुख्यमंत्री पद पर जीत हासिल की है।