जयपुर न्यूज़ डेस्क, चार दिन पहले जयपुर-मुंबई एक्सप्रेस ट्रेन में हुई फायरिंग की घटना के विरोध में भट्टा बस्ती इलाके में शुक्रवार को बड़ी संख्या में मुस्लिम समुदाय के लोग सड़कों पर उतर आए. संयुक्त संघर्ष मोर्चा के बैनर तले करीब दो दर्जन मुस्लिम संगठनों ने इस विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लिया. इस दौरान वक्ताओं ने गोलीबारी में मारे गये जयपुर के असगर अली के परिवार को एक करोड़ रुपये का मुआवजा, परिवार को सरकारी नौकरी और घर देने की पुरजोर मांग की. राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, गृह मंत्री एवं रेल मंत्री को संबोधित मांग पत्र जिलाधिकारी को सौंपा गया।
'7 दिन में पूरी होगी मांग'
मुस्लिम परिषद संस्थान के अध्यक्ष यूनुस चोपदार ने कहा कि सरकार के प्रतिनिधि मृतक के घर जाकर सिर्फ तमाशा देख रहे हैं. मृतक के परिवार की दयनीय स्थिति को देखते हुए हमारी मांगें जल्द से जल्द मानी जाएं. वक्ताओं ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर पीड़ित परिवार के संबंध में रखी गई हमारी मांगें 7 दिनों के अंदर पूरी नहीं की गईं तो 7 दिनों के बाद अगले शुक्रवार को भट्टाबस्ती से मुख्यमंत्री आवास तक मार्च करेंगे और सीएम हाउस का घेराव करेंगे. समाज सेवा दल के अध्यक्ष पप्पू कुरेशी ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि देश में नफरत फैलाने वाले चंद लोग देश का अमन-चैन खराब कर रहे हैं. सरकार को ऐसे लोगों से सख्ती से निपटना चाहिए.
अकेले पहुंचे रफीक खान...
प्रदर्शन के दौरान आदर्श नगर विधायक और अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष रफीक खान के अलावा कोई भी विधायक या सरकार का प्रतिनिधि नजर नहीं आया. रफीक खान ने कहा कि इस मामले में केंद्र की चुप्पी बड़े सवाल खड़े कर रही है. खान ने कहा कि वह इस मामले में पीड़ित परिवार को मुआवजा दिलाने के लिए जल्द ही मुख्यमंत्री से मिलेंगे और मदद के लिए केंद्र सरकार को भी पत्र लिखेंगे.
एक लाख रुपये की सहायता राशि जुटाई
वहीं, संयुक्त मोर्चा के आह्वान पर मौके पर मृतक के परिवार के लिए एक लाख रुपये की राशि एकत्र की गयी. वीएएच के उपाध्यक्ष इमरान नजीर और अकरम कायमखानी ने कहा कि राशि तुरंत मृतक के परिवार को सौंप दी गई। बैठक को मोहसिन राशिद टोंक, शोएब खान, अज़हरुद्दीन खान, आफताब गौरान समेत कई वक्ताओं ने संबोधित किया. विरोध प्रदर्शन में मृतक के परिजन भी शामिल हुए.