विवादित नारे लगाने पर पत्थरबाजी और चाकूबाजी, दो घायल

चाकूबाजी, दो घायल

Update: 2023-08-26 10:25 GMT
राजस्थान:चित्तौड़ की मेवाड़ यूनिवर्सिटी की मैस में खाना खाने के दौरान कश्मीरी स्टूडेंट्स और लोकल स्टूडेंट के बीच कहासुनी हो गई। विवाद इतना बढ़ गया कि कश्मीरी स्टूडेंट्स विवादित नारे लगाने लगे। इसके बाद दोनों पक्षों में पत्थरबाजी और चाकूबाजी होने लगी, जिसमें दो लोकल स्टूडेंट घायल हो गए। वहीं मामले में यूनिवर्सिटी प्रशासन ने कुछ नहीं बोला।
स्टूडेंट्स कहना है कि यूनिवर्सिटी प्रशासन को सब पता होने के बाद भी कोई एक्शन नहीं लिया गया। यूनिवर्सिटी में रातभर पुलिस जाब्ता मौके पर मौजूद रहा। सूचना पर हॉस्पिटल में बड़ी संख्या में हिंदू संगठन के लोग पहुंच गए। मामला गंगरार थाना क्षेत्र का है।
यूनिवर्सिटी में तलवार लेकर घूमता स्टूडेंट्स।
यूनिवर्सिटी में तलवार लेकर घूमता स्टूडेंट्स।
36 स्टूडेंट्स शांतिभंग के आरोप में गिरफ्तार
गंगरार डिप्टी श्रवण दास संत ने बताया कि यूनिवर्सिटी में झगड़े और स्टूडेंट्स के पास हथियार होने की सूचना मिली थी। पुलिस मौके पर पहुंची और स्टूडेंट्स के कमरों की तलाशी ली लेकिन हथियार बरामद नहीं हुए। डिप्टी ने स्टूडेंट्स के पास तलवार होने की बात से इंकार करते हुए कहा कि मारपीट सरिए और डंडे से की गई। झगड़े में दोनों पक्षों के 36 स्टूडेंट्स को शांतिभंग के आरोप में गिरफ्तार किया गया। वहीं स्टूडेंट्स को चोट लगी है जिसमें से कृष्ण पाल शर्मा और आयुष शर्मा को ज्यादा चोट आने पर जिला हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया। हालत खराब पर उदयपुर रेफर किया गया। मामले की गंभीरता को देखते हुए शनिवार को भी पुलिस जाब्ता यूनिवर्सिटी में तैनात है।
इस दौरान यूनिवर्सिटी के छात्रों में आक्रोश देखा गया।
इस दौरान यूनिवर्सिटी के छात्रों में आक्रोश देखा गया।
मैस में खाना खाने के दौरान हुआ था विवाद
घायल स्टूडेंट कृष्ण पाल शर्मा ने बताया कि शुक्रवार रात मैस में राहुल नाम का एक स्टूडेंट खाना खा रहा था। इस दौरान कुछ कश्मीरी लड़कों ने उसे धक्का मारा। इससे राहुल के हाथ से प्लेट छूट गई और कश्मीरी लड़कों के कपड़ों में दाग लग गया। कश्मीरी चार-पांच लड़कों ने राहुल के साथ मारपीट कर दी। उनके पास धारदार हथियार भी थे। उसको बचाने एक और लड़का गया था (जिसका नाम नहीं पता) उसके साथ भी पिटाई की गई। जब दोनों ने अपने दोस्तों को बुलाया तो कश्मीरी लड़कों ने अंदर से कॉलेज का गेट बंद करके विवादित नारे लगाने लगे। हमले में आयुष के अलावा कृष्ण पाल शर्मा भी घायल हो गया।
स्टूडेंट्स का आरोप- यूनिवर्सिटी प्रशासन नहीं लेती एक्शन
नाम न छापने की शर्त पर स्टूडेंट्स का कहना है कि यूनिवर्सिटी प्रशासन से कई बार शिकायत करने के बावजूद कोई भी एक्शन नहीं लिया जाता है। कश्मीरी स्टूडेंट के पास हथियार मौजूद रहते हैं, उनकी चेकिंग भी नहीं होती है। यूनिवर्सिटी में यह पहली घटना नहीं है। मेवाड़ यूनिवर्सिटी की ओर से स्कॉलरशिप का लालच देकर बाहरी स्टूडेंट को ज्यादा से ज्यादा एडमिशन दिया जाता है, जबकि लोकल स्टूडेंट्स को कम प्राथमिकता दी जाती है। यूनिवर्सिटी में शनिवार को भी पुलिस जाब्ता तैनात है। थानाधिकारी रूप सिंह से मामले की जानकारी चाही लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया। फिलहाल मामला शांत है।
Tags:    

Similar News

-->