राजसमंद। अमात के अगरिया ग्राम पंचायत के पीएचसी ने राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन कार्यक्रम (एनक्यूएएस) के तहत भारत सरकार द्वारा राज्य के चिकित्सा संस्थानों का मूल्यांकन करवाया। जिसमें पीएचसी अगरिया, प्रखंड आमेट जिला राजसमंद ने भाग लिया. जिसमें 88.56 प्रतिशत अंक प्राप्त कर कुल 10 स्वास्थ्य केन्द्र चिकित्सा संस्थानों में प्रथम स्थान प्राप्त किया। डॉ. सोनू चौधरी ने बताया कि चिकित्सा विभाग के 6 उपक्रमों के आधार पर भारत सरकार द्वारा जिला स्तर, राज्य स्तर के मानक पास करने पर चयन किया जाता है. जिसके आधार पर विभिन्न विभागों के कार्यो का आंकलन किया जाता है। उसके बाद भारत सरकार द्वारा गुणवत्ता प्रमाण पत्र प्रदान किया जाता है। जिसमें भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा 3 साल तक हर साल 3 लाख रुपये पीएचसी प्रदान किया जाएगा।
पीएचसी में महेश कुमावत (सीनियर नर्सिंग ऑफिसर), गणेश लाल गुर्जर (नर्सिंग ऑफिसर), लालसिंह चुंडावत (फार्मासिस्ट), विमला बी. नायर (एल.सी.एच.वी.), रेखा मीणा (जेड.एन.एम.), उल्लास (ए.एन.एम.) एनक्यूएएस कार्यक्रम को सफल बनाने में रीना रेगर (एल.टी.), दिनेश व फारूक (सी.ऑपरेटर), संगीता कंवर, नितेश कुमार (वार्डब्वॉय), छोटू लाल (स्वीपर) का सर्वाधिक योगदान रहा। सोनू चौधरी ने बताया कि भविष्य में भी हम प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र अगरिया के प्रत्येक कर्मी अस्पताल को अपनी उत्कृष्ट सेवा देते रहेंगे. अगरिया केंद्र का नाम चुनते ही पूरे क्षेत्र में खुशी की लहर दौड़ गई।