2023 के लिए रोडमैप तैयार करने जा रही प्रदेश भाजपा

आगामी 4 और 5 दिसंबर को होने वाली प्रदेश भाजपा कार्यसमिति की बैठक साल 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव (2023 Assembly Elections) के लिहाज से काफी महत्वपूर्ण मानी जा रही है.

Update: 2021-11-29 08:40 GMT

जनता से रिश्ता। आगामी 4 और 5 दिसंबर को होने वाली प्रदेश भाजपा कार्यसमिति की बैठक साल 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव (2023 Assembly Elections) के लिहाज से काफी महत्वपूर्ण मानी जा रही है. प्रदेश भाजपा इसी कार्यसमिति की बैठक (Working Committee Meeting) के जरिए मिशन 2023 के लिए रोडमैप तैयार करेगी. बैठक की तैयारियों को लेकर सोमवार को भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ सतीश पूनिया (BJP State President Dr Satish Poonia) और संगठन महामंत्री चंद्रशेखर (Bharatiya Janata Party General Secretary) ने पार्टी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं की अहम बैठक ली.

प्रदेश कार्यसमिति की बैठक 4 और 5 दिसंबर को 2 दिन चलेगी. लेकिन सबसे महत्वपूर्ण उसका समापन सत्र रहेगा. इसे केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह संबोधित करेंगे. इस सत्र में पार्टी के राजस्थान भाजपा से जुड़े तमाम प्रमुख नेता और पदाधिकारी मौजूद रहेंगे. वहीं कार्यसमिति बैठक के विभिन्न सत्रों में पार्टी के आगामी दिनों में हाथ में लिए जाने वाले संगठनात्मक कार्यों और अभियानों को फाइनल किया जाएगा. साथ ही 4 जिलों में होने वाले पंचायत राज चुनाव की तैयारियों पर भी चर्चा होगी. कार्यसमिति बैठक के दौरान ही प्रदेश की गहलोत सरकार के 3 साल के कार्यकाल पूर्ण होने पर जयपुर में होने वाले भाजपा के राज्य स्तरीय विरोध प्रदर्शन की तारीख का ऐलान भी होगा.
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ सतीश पूनिया ने कहा कि संगठनात्मक लिहाज से भाजपा ने श्रीगंगानगर करौली कोटा और बारां में पंचायत राज चुनाव की तैयारी तेज कर दी है. हालांकि पूनिया कहते हैं की हार और जीत एक सिक्के के दो पहलू होते हैं. पंचायत राज चुनाव में सत्तारूढ़ दल को फायदा मिलता है. लेकिन मौजूदा परिस्थितियों में पूनिया इन चारों जिलों में भाजपा की जीत का दावा भी करते हैं. उन्होने कहा कि उन्हें पूरा विश्वास है की भाजपा इन जिलों में पंचायत राज चुनाव में कांग्रेस से अधिक बढ़त बनाएगी.
बैठक में कार्यकर्ताओं को दी गई जिम्मेदारी

प्रदेश भाजपा मुख्यालय (State BJP Headquarters) में हुई बैठक में कार्यसमिति बैठक की तैयारियों को लेकर कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारियां भी दी गई. खास तौर पर 5 दिसंबर को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के जयपुर दौरे (Amit Shah Jaipur tour) के दौरान जिन पदाधिकारियों को जिम्मेदारियां दी गई है. उनके कार्यों की समीक्षा की गई और आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए गए.


Tags:    

Similar News

-->