Sri Ganganagar: लक्ष्या ज्याणी बनी "नशा मुक्त श्रीगंगानगर अभियान" की ब्रांड एंबेसडर
Sri Ganganagar श्रीगंगानगर । राष्ट्रीय बालिका दिवस पर जिला प्रशासन द्वारा समाज में बेटियों की सकारात्मक भूमिका और उनके प्रयासों को मान्यता देने के लिए कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में पुलिस लाइन श्रीगंगानगर स्थित महात्मा गांधी राजकीय विद्यालय की 5वीं कक्षा की छात्रा लक्ष्या ज्याणी (10) को जिले को नशा मुक्त करने के प्रेरणादायक प्रयासों के लिए सम्मानित करते हुए नशा मुक्त श्रीगंगानगर अभियान का ‘‘ ब्रांड एंबेसडर’’ बनाया गया।
जिला कलक्टर डॉ. मंजू ने लक्ष्या ज्याणी को नशा मुक्त श्रीगंगानगर अभियान का ब्रांड एंबेसडर घोषित करते हुए कहा कि उसने कला के माध्यम से समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का बीड़ा उठाया है। जहां आमतौर पर इस उम्र के बच्चे खेलकूद और पढ़ाई तक सीमित रहते हैं, वहीं लक्ष्या छोटी सी उम्र में समाज के लिए बड़ा योगदान दे रही है। यह प्रयास हम सबके लिए प्रेरणादाई है। जिला प्रशासन उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना करता है।
उन्होंने कहा कि लक्ष्या का समर्पण और मेहनत दर्शाती है कि बदलाव की शुरुआत किसी भी उम्र में हो सकती है। बस ज़रूरत है संकल्प और समर्पण की। उनके इस योगदान पर सभी को गर्व है। लक्ष्या जैसे बच्चों से सबको प्रेरणा लेनी चाहिए। कार्यक्रम के दौरान लक्ष्या द्वारा प्रस्तुत ‘‘छोटी सी उम्र, बड़े सपने’’ कोरियोग्राफी ने उपस्थितजनों को भावुक कर दिया। प्रस्तुति में बेटियों के प्रति समाज के पूर्वाग्रह और उनकी सशक्तता को मार्मिक रूप से दर्शाया गया।
कोरियोग्राफी में एक बेटी की कहानी दिखाई गई, जिसे कम उम्र में शादी कर दी जाती है और बाद में घर से निकाल दिया जाता है। वही बेटी पढ़-लिखकर डॉक्टर बनती है और अपने बीमार पिता का इलाज करती है। प्रस्तुति में उस क्षण को बड़ी संवेदनशीलता से चित्रित किया गया जब पिता डॉक्टर से कहता है, ‘‘इसके बदले में मैं आपको क्या दे सकता हूं’’ बेटी उत्तर देती है, मुझे केवल यह वचन दीजिए कि आप कभी यह नहीं कहेंगे कि बेटियां कुछ नहीं कर सकतीं।
कोरियोग्राफी में लक्ष्या के साथ उनके पिता श्री विक्रम ज्याणी, श्री सहीराम और श्री शिवनाथ ने भी भूमिकाएं निभाईं। श्री ज्याणी के अनुसार वर्ष 2020 से लेकर अब तक लक्ष्या ने 550 से अधिक नाटकों के माध्यम से 50 हजार से अधिक युवाओं को नशे के खिलाफ जागरूक किया है।