SriGanganagar: द्वितीय दीक्षान्त समारोह में माननीय राज्यपाल ने उपाधि प्रदान की

Update: 2024-10-25 10:01 GMT
SriGanganagar श्रीगंगानगर । पूर्व केन्द्रीय राज्यमंत्री श्री निहालचंद को शुक्रवार को अपेक्स विश्वविद्यालय जयपुर द्वारा लम्बे राजनैतिक जीवन के दौरान अनुकरणीय सामाजिक कार्यों के सम्मान में द्वितीय दीक्षान्त समारोह में डॉक्टर ऑफ लेटर्स (डी. लिट.) की उपाधि प्रदान की गई। राजस्थान के माननीय राज्यपाल श्री हरिभाऊ वागड़े ने डी. लिट. की उपाधि प्रदान की। इस दौरान अपेक्स यूनिवर्सिटी के चेयरपर्सन डॉ. रवि जूनीवाल, प्रेसिडेंट प्रोफेसर श्री सोमदेव शतांशु की
उपस्थिति में डी. लिट. की उपाधि दी गई।
पूर्व केन्द्रीय राज्यमंत्री श्री निहालचंद ने कहा कि अपेक्स यूनिवर्सिटी जयपुर का द्वितीय दीक्षान्त समारोह का हिस्सा बनकर मैं गौरवान्वित और प्रसन्न महसूस कर रहा हूॅ। मुझे दिये गये सम्मान को विनम्रता के साथ स्वीकार करते हुए भी गौरवान्वित महसूस कर रहा हूॅ। इस महत्वपूर्ण अवसर पर मैं सभी पीएचडी उपाधि धारकों, स्नात्कोत्तर एवं स्नातक छात्र-छात्राओं और असाधारण स्वर्ण पदक विजेताओं को हार्दिक शुभकामनाएं देता हूॅ, जिन्होंने अपनी डिग्री और प्रशंसा अर्जित करने में उल्लेखनीय समर्पण का प्रदर्शन किया है।
उन्होंने कहा कि अपेक्स यूनिवर्सिटी ने अपने संस्थापक डॉ. ऐेस. एम जूलीवाल के दूरदर्शी और परोपकारी नेतृत्व में अपने साधारण शुरूआत से एक असाधारण यात्रा शुरू की थी, जो आज अमिट विरासत छोड़ रही है। 21वीं सदी को भारत की सदी माना जा रहा है क्योंकि यह विश्व में एक ताकतवर देश के रूप में उभर रहा है, जिसमें एक महत्वपूर्ण योगदान इस देश के युवाओं का है। राष्ट्र के विकास में प्रभावी रूप से योगदान देने के लिये उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा प्रणाली की आवश्यकता है। भारत की अर्थव्यवस्था दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के लिये तैयार है। विश्वविद्यालय और शैक्षणिक संस्थानों के लिये इन उभरती हुई गतिशिलता से अवगत होना, प्रासंगिक बने रहने के सुधार, पुनर्गठन एवं कायाकल्प को अपनाना अनिवार्य है।
उन्होंने कहा कि मुझे प्रसन्नता है कि हमारी सरकार की राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 ने दूरगामी सुधारों के सुझाव दिये हैं, जिसमें शैक्षणिक विषयों के बीच पारम्परिक बाधाओं को सफलतापूर्वक समाप्त कर दिया है। नई शिक्षा नीति सभी अध्ययन क्षेत्रों में गहराई से जुड़ने वाली रचनात्मक कलाओं के एकीकरण की वकालत करती है। आज मुझे यह सम्मान देकर आपने समाज के दलित और अंतिम व्यक्ति के बीच सामाजिक जागृति लाने में मेरे योगदान को स्वीकार किया है।
श्री निहालचंद ने कहा कि संसद सदस्य के रूप में श्रीगंगानगर जिले और राजस्थान राज्य में विकास लाने के लिये कड़ी मेहनत की है, जिससे असंख्य लोगों के जीवन में बदलाव आ सके, जागरूकता बढ़ाने, वंचितों को दयालुतापूर्ण सहायता प्रदान करने और अधिक से अधिक व्यक्तियों को समाज की सेवा के लिये अपने समर्पण में एकजुट होने के लिये प्रेरित करने का निरन्तर प्रयास किया है।
हमारा लक्ष्य वंचितों को सशक्त बनाना और उनकी आर्थिक बाधाओं को पार करने के लिये प्रेरित करना है। हमारा इरादा अपने प्रयासों के माध्यम से नागरिकों में मानवता की भावना को बढ़ावा देना है। आप सभी से मेरा विनम्र आग्रह है कि हमारे प्रयास में हमारे साथ जुड़े और सभी वंचित लोगों के जीवन की गुणवत्ता में बदलाव लाये। मैं इस अनुग्रहपूर्ण निमंत्रण देने और मुझे ऐसी सम्मानजनक उपाधि देने के लिये माननीय राज्यपाल महोदय, चेयरमैन महोदय, प्रेसिडेंट और विश्वविद्यालय को अपना विनम्र धन्यवाद व्यक्त करना चाहता हूॅ। मैं सभी डिग्री प्राप्त कर्ताओं को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं देता हूॅ। आप सभी जीवन में खूब प्रगति करे, ऐसी मेरी मंगल कामना है। (फोटो सहित)
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