Sri Ganganagar:मुख्यमंत्री की मंशा के अनुसार नशा मुक्ति अभियान के तहत समन्वय और गंभीरता से कार्रवाई'

Update: 2024-10-19 12:24 GMT
SriGanganagar श्रीगंगानगर। नशा मुक्त भारत अभियान के तहत माननीय मुख्यमंत्री महोदय की मंशा के अनुसार नशामुक्त गंगानगर की सफलता के लिए जिला कलक्टर डॉ. मंजू ने शनिवार को कलेक्ट्रेट सभागार में जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक ली। इस दौरान उन्होंने नशा मुक्ति के लिए अब तक जिले में हुई विभिन्न गतिविधियों और कार्यक्रमों की समीक्षा करते हुए कहा कि कार्ययोजना के तहत जिन विभागों को दायित्व सौंप गए हैं, वे सभी अभियान को सफल बनाने के लिए समन्वय और गंभीरतापूर्वक
कार्यवाही करें।
बैठक में जिला कलक्टर ने कहा कि नशामुक्ति अभियान के तहत जिले के सभी शिक्षण संस्थानों में विद्यार्थियों को नशे के दुष्प्रभावों से अवगत करवाया जाए। साथ ही शिक्षण संस्थानों में प्रार्थना सभा के पश्चात नियमित रूप से नशा मुक्ति शपथ दिलाई जाए। नो बैग डे के अवसर पर बालसभा में नशे के विषय पर भाषण, निबंध, चित्रकला, विचार गोष्ठी, चर्चा-परिचर्चा, संगोष्ठी सहित विभिन्न गतिविधियों का आयोजन करते हुए विद्यार्थियों को नशा मुक्ति अभियान में बढ़-चढ़कर भागीदारी करने के लिए प्रेरित किया जाए।
उन्होंने कहा कि स्कूल, कॉलेज, कोचिंग संस्थानों और करियर काउंसलिंग सेंटर्स पर नशा छोड़ने के लिए प्रेरित करने वाली भावनात्मक वीडियो के माध्यम से विद्यार्थियों एवं युवाओं को अपने परिवार और अभिभावकों को नशा नहीं करने एवं नशा छोड़ने के लिए प्रेरित करने सहित अन्य गतिविधियां की जाएं। कोचिंग संस्थानों और लाइब्रेरी में भी जागरूकता एवं नशा मुक्ति शपथ का नियमित रूप से आयोजन करवाया जाए। सभी विद्यालयों, महाविद्यालयों, कोचिंग संस्थानों, राजकीय कार्यालयों और चिकित्सालयों में नशा मुक्ति जागरूकता वॉल तैयार करवाई जाए।
विभागवार कार्यों की समीक्षा करते हुए उन्होंने कहा कि नशा मुक्ति वॉल पेंटिंग के लिए नगर परिषद द्वारा जगह चिन्हित की जाए। एएनएम के माध्यम से स्वास्थ्य विभाग द्वारा सर्वे करवाया जाए। जिला औषधि नियंत्रण विभाग सभी मेडिकल स्टोर्स की जांच कर नशे में प्रयुक्त होने वाली दवाइयां की खरीद और बिक्री से जुड़े हुए रिकॉर्ड की नियमानुसार मोनिटरिंग करते हुए आवश्यक कार्रवाई करे।
उन्होंने कहा कि सभी विभाग नशामुक्ति के लिए आवंटित कार्ययोजना के अनुसार कार्य करें। स्वास्थ्य विभाग द्वारा कोटपा एक्ट के तहत तंबाकू और नशे से जुड़ी सामग्री बेचने पर चालान कार्रवाई की जाए। नशा करने वालों को नशा छोड़ने के लिए अधिक से अधिक प्रेरित करते हुए काउंसलिंग की जाए। पुलिस विभाग द्वारा नशे का कारोबार करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करते हुए निरंतर निगरानी की जाए और उपखंड स्तर पर एसडीएम से समन्वय रखते हुए नशे की रोकथाम के लिए आवश्यक गतिविधियों की जाएं।
इस अवसर पर जिला परिषद सीईओ श्री सुभाष कुमार, प्रशिक्षु आईएएस श्री रजत यादव, सीएमएचचो डॉ. अजय सिंगला, डॉ. करण आर्य, श्री अरविंदर सिंह, श्री अशोक मित्तल, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के उपनिदेशक श्री विक्रम सिंह, श्रीमती अमृता सोनगरा, श्री मुकेश कुमार, श्री विक्रम ज्याणी, श्री गौरीशंकर, श्री प्रेम चुघ सहित अन्य मौजूद रहे। 
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