युवक को दो बार सांप ने काटा, इलाज के दौरान मौत

युवक को सांप ने काटा

Update: 2023-07-01 05:05 GMT
जैसलमेर।  जैसलमेर युवक को सप्ताह में दो बार एक ही सांप ने डस लिया। दूसरी बार युवक की इलाज के दौरान मौत हो गई। घरवालों ने सांप को मार दिया लेकिन अब भी डरे हुए है। घटना जैसलमेर के फलसूंड कस्बे की है। मेहरानगढ़ गांव में महरानगढ़ गांव के रहने वाले जोसब खान (32) पुत्र पठान खान को 21 जून की शाम खेत में काम करते समय एक वाइपर (सांप) ने डस लिया। घरवाले उसे पोकरण हॉस्पिटल ले कर गए जहां 3 दिन इलाज के बाद 24 जून को छुट्टी दे दी गई। 25 जून की शाम को घर की दहलीज में घुसते ही उसे वाइपर (सांप) ने दोबारा से डस लिया।
इस दौरान घर वालों ने वाइपर को मार दिया और युवक को पोकरण हॉस्पिटल लेकर गए। डॉक्टरों ने इलाज कर जोधपुर के एमडीएम हॉस्पिटल रेफर कर दिया। 28 जून की शाम को युवक की इलाज के दौरान मौत हो गई। परिवार वालों ने पोस्टमॉर्टम के बाद 29 जून को ईद के दिन उसे गांव के कब्रिस्तान में दफना दिया। घटना की जानकारी मिलने पर फलसूंड पुलिस भी मौके पर गई और मृग दर्ज कर जांच की। युवक को एक ही सांप की ओर से हफ्ते में दो बार काटने की घटना से गांव वालों में डर है। मृतक के भाई नगे खान ने बताया कि पहले खेत में काटा और जब जोसब खान सही होकर लौटा तो दूसरे दिन उसी सांप ने उसे दुबारा काट लिया। पहले दाहिने पैर में और उसके बाद बांए पैर में सांप ने काटा। हालांकि हमने दूसरी बार में उस सांप को तुरंत मार दिया। मगर भाई की मौत से पूरे गांव में सांप को लेकर डर है।
मृतक के भाई नगे खान ने बताया कि जोसब खान (32) मजदूर था और खेतों में मजदूरी करने का काम करता था। उसके परिवार में 3 बेटियां और 1 तीन साल का सबसे छोटा बेटा है। गरीब मजदूर की मौत से गांव और घर में मातम छा गया है। अब परिवार को पालने वाला उसकी पत्नी के अलावा कोई नहीं बचा। पर्यावरण प्रेमी और स्नेक कैचर राधेश्याम पेमानी ने बताया कि जैसलमेर में सोस्केल वाइपर पाया जाता है। ये रेतीले इलाकों में ज्यादा पाया जाता है। ये कीट पतंग और चूहे खाता है। ये जहरीला सांप है जिसे स्थानीय भाषा में परड़ या बांडी भी कहते हैं। इसे काटने से एक दम से मौत नहीं होती है। लेकिन इसके काटने वाले स्थान का अंग खराब कर देता है और धीरे-धीरे शरीर खराब हो जाता है। अगर समय में इलाज नहीं मिले तो व्यक्ति 5 घंटे के अंदर ही दम तोड़ देता है। पेमानी ने बताया कि जैसलमेर जिले में कॉमन करैत, कोबरा और सोस्केल वाइपर ये तीनों प्रजाति ही जहरीली है। बाकी अन्य जहरीली नहीं है।
Tags:    

Similar News