नागौर। नागौर डीडवाना के गांव तोषीणा में एक 13 साल के बच्चे को कूलर में पानी भरते समय सांप ने काट लिया। घरवाले अस्पताल लेकर दौड़े, लेकिन उम्मीदें टूट रही थी। ऐसे में राजकीय बांगड़ जिला चिकित्सालय के ट्रोमा सेन्टर में डॉक्टरों के प्रयास से बच्चे को जीवनदान मिल गया। नर्सिग आफिसर सुरेश ने बताया कि गांव तोषीणा निवासी मोहित (13) का बांगड़ हास्पिटल की इमरजेंसी में मोहित को बेहोशी की हालात में लाया गया। जहां उसकी धड़कन और सांस शून्य के बराबर थी। नाइट ड्यूटी पर मौजूद डॉ. सुरेश नेतड़ एवं ट्रोमा स्टाफ सुरेश चौलूखा एवं कैलाश द्वारा तुरन्त उपचार शुरू किया गया। करीब 30-40 मिनट सीपीआर करने पर बच्चें की सांसे व धड़कन वापस शुरू हो गई। फिर जब सांसें चली तो डॉ. प्रदीप बुगालिया एनेस्थेटिस्ट को कॉल किया। इस पर डॉ.बुगालिया तुरन्त ट्रोमा सेंटर पहुंचे और बच्चे को इंट्यूबेटेड किया एवं पूरी टीम के साथ लगे रहे। फिर डॉ. सोहनलाल शर्मा के सहयोग से आगामी उपचार प्रारम्भ किया गया। इस प्रकार डॉक्टरों के अथक प्रयासों से मोहित को जीवनदान मिला। जानकारी के अनुसार मोहित (13) सात बहनों का इकलौता भाई है।