दवाओं के स्टॉक में आई कमी

Update: 2022-11-10 10:56 GMT

अलवर न्यूज: दवाओं के स्टॉक में कमी और चिकित्सा संस्थानों में ऑनलाइन प्रवेश की कमी के कारण अलवर के जिला दवा भंडारों की रैंकिंग निगरानी में नहीं सुधर रही है. अलवर को अभी अंडर 20 रैंक वाले जिलों में भी प्रवेश नहीं मिल पाया है। जिलाधिकारी की सीधी निगरानी के बावजूद 5 माह में 30वीं रैंक से केवल 25वां रैंक ही आ पाया है. जबकि बीकानेर शुरू से ही पहले स्थान पर बना हुआ है और अन्य जिले लगातार अपनी रैंक में सुधार कर रहे हैं। राजस्थान चिकित्सा सेवा निगम लिमिटेड आरएमएससीएल द्वारा निर्धारित 8 अंक की रैंकिंग में जुलाई 2022 में जिले के 181 चिकित्सा संस्थानों को दवा आपूर्ति करने वाले जिला औषधि भंडार की 32वीं रैंक थी।

लेकिन अगस्त के दूसरे महीने में यह फिसलकर 33वीं रैंक पर आ गया। सितंबर और अक्टूबर में 28वीं रैंक और नवंबर की शुरुआत में मुश्किल से 25वीं रैंक पर पहुंचे। स्थिति यह है कि जिले में मरीजों की पर्ची की ऑनलाइन एंट्री नहीं होने से साफ्टवेयर को जिले में दवाओं के स्टाक व आगामी मांग की सही जानकारी नहीं मिल पा रही है.ऐसे में समय पर दवाओं की उपलब्धता नहीं हो पा रही है और स्टॉक पूरी तरह से गड़बड़ा गया है. जिला स्वास्थ्य समिति की बैठकों में जिला कलेक्टर ने तत्काल रैंकिंग में सुधार के निर्देश दिए, लेकिन चिकित्सा संस्थान वाइज डीपीसी की निगरानी के अभाव में सुधार की गति बेहद धीमी है. इस गिरती रैंकिंग को लेकर संयुक्त निदेशक ने भी कड़ी नाराजगी जताई है।

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