शिवमय नगरी: देश के विभिन्न हिस्सों से आये श्रद्धालु, चार किमी तक दिखी आस्था
अलवर न्यूज़: लहरिए की साड़ी में सिर पर कलश लिए महिलाएं। पीले कुर्तें पहन हाथाें में शिव पताका लिए पुरुषाें की टाेलियां। भजनाें पर चल रहे नृत्य और गूंजते बम भाेले के जयकाराें ने मंगलवार काे अलवर काे शिवमय बना दिया। अवसर था संत भारतीय सामाजिक सेवा संस्थान की ओर से बुधवार से शुरू हाेने वाली पंडित प्रदीप मिश्रा की शिव महापुराण के पहले निकाली कलश यात्रा था। मंदिर में पूजन के बाद सुबह साढ़े सात बजे कलश यात्रा शुरू हुई।
भक्तिभाव इतना कि इसमें परिजनाें के साथ तीन साल के बच्चाें से लेकर 90 साल के बुजुर्ग तक शामिल हुए। कलश यात्रा हाेपसर्कस, घंंटाघर, काशीराम चाैराहा, भगत सिंह, अंबेडकर सर्किल, जेल का चाैराहा हाेती हुई विजय नगर स्थित कथा स्थल पर पहुंची। चार किलाेमीटर की कलश यात्रा तीन घंटे में पूरी हुई। कथा स्थल पर पहुंचकर कलश रखवाए गए। अब ये कलश कथा के बाद वापस दिए जाएंगे। सात दिन चलने वाली कथा में प्रतिदिन करीब 50 हजार श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावना है।