19 लाख विद्यार्थियों के परिणाम पर आचार संहिता का साया

देश के 19 लाख से अधिक विद्यार्थियों का बोर्ड परीक्षा के परिणाम का इंतजार बढ़ सकता है

Update: 2024-05-03 07:59 GMT

राजस्थान: राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की 10वीं और 12वीं कक्षा के परिणाम में इस बार देरी हो संभव है। इससे प्रदेश के 19 लाख से अधिक विद्यार्थियों का बोर्ड परीक्षा के परिणाम का इंतजार बढ़ सकता है। भर्तियों परीक्षाओं के परिणाम की तरह इन कक्षाओं के परिणाम जारी करने पर भी आचार संहिता का साया है। बोर्ड जल्दी ही इन कक्षाओं का परिणाम जारी करने की अनुमति के लिए सरकार को पत्र भेजेगा ताकि चुनाव आयोग से परमिशन दिलाई जा सके।

बोर्ड जल्द ही इन कक्षाओं के नतीजे जारी करने की अनुमति के लिए सरकार को पत्र भेजेगा ताकि चुनाव आयोग से अनुमति ली जा सके. राजस्थान बोर्ड 12वीं का रिजल्ट आमतौर पर मई के मध्य में और 10वीं का रिजल्ट जून के पहले सप्ताह में घोषित किया जाता है। राज्य में फिलहाल लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लागू है. ऐसे में बोर्ड के सामने इस अवधि में रिजल्ट जारी करने को लेकर संकट खड़ा हो गया है.

इस साल बोर्ड ने 12वीं की परीक्षा 19 फरवरी से 4 अप्रैल तक और 10वीं की परीक्षा 7 मार्च से 30 मार्च तक आयोजित की थी। इस साल 12वीं में 8,66,270 स्टूडेंट्स, 10वीं में 10,62,341 स्टूडेंट्स, वरिष्ठ उपाध्याय में 3671 और एंट्रेंस में 7063 स्टूडेंट्स शामिल हुए।

मई में नतीजे जारी होने पर भी छात्रों को मार्कशीट मिलने में कभी-कभी एक महीने से ज्यादा का समय लग जाता है। अब अगर रिजल्ट में देरी होगी तो मार्कशीट मिलने में और देरी होगी। कॉलेजों में प्रवेश प्रक्रिया जून में शुरू होती है। अंक न होने से प्रवेश में दिक्कत आ सकती है।

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