भाई की मौत का बदला लेने वाले थे सातों बदमाश, खनन माफिया बनकर करना चाहते थे एकाधिकार
बनकर करना चाहते थे एकाधिकार
5 पिस्टल और 25 जिंदा कारतूस के साथ गैंग के 7 बदमाशों को गिरफ्तार किया गया है। गैंग का सरगना अपने भाई की हत्या का बदला लेने के लिए एक दूसरी के मेंबर को मारने की फिराक में था। इससे पहले ही पुलिस पकड़ में आ गया। सभी बदमाश जंगल में छुपे हुए थे। मौके से प्लास्टिक की थैली में मिर्ची पाउडर और लोहे की पाइप भी बरामद की गई।
सीकर की जीणमाता थाना पुलिस को सूचना मिली कि रैवासा और नीमेडा गांव के पास जंगल में अशोक सांसी और उसकी गैंग के 6 से ज्यादा बदमाश बैठे हुए हैं। पुलिस ने बदमाशों की तलाश में जंगलों में दबिश देकर सर्च करना शुरू किया। तब पहाड़ी के पास एक गड्ढे में अशोक सहित कुल 7 बदमाश बैठे हुए थे। पुलिस ने घेरकर सातों को पकड़ लिया।
आरोपियों के पास से जब्त हाथियार।
आरोपियों के पास से जब्त हाथियार।
थैली में मिर्ची पाउडर,लोहे का पाइप मिला
सीकर एसपी परिस देशमुख ने बताया कि सभी बदमाश जिले के ही रहने वाले है। सांसी गैंग के सरगना अशोक कुमार उर्फ टोनी (27) निवासी जीणमाता, रैवासा के रहने वाले विकास कुमावत (24), मनीष कुमावत (21), दिलराज कुमार (21), मीणा की ढाणी की रहने वाले मुकेश कुमार मीणा (25), नीमेडा निवासी राहुल वर्मा (19) और जैतुसर के प्रेम बराला को गिरफ्तार किया गया है। सभी के खिलाफ अलग-अलग थानों में कई मामले दर्ज है। आरोपियों के पास से पांच पिस्टल 25 जिंदा कारतूस और एक प्लास्टिक की थैली में मिर्ची पाउडर,लोहे की पाइप मिला है।
दूसरी गैंग के मेंबर को मारने वाले थे
गैंग को पहले रोशनलाल चलाता था। रोशनलाल का दूसरी लोकल गैंग ने मर्डर कर दिया था। तब रोशनलाल का छोटा भाई अशोक उर्फ टोनी गैंग को संभालने लगा। अशोक और उसके साथी भाई की मौत का बदला दूसरी गैंग से बदला लेना चाहते थे। यह गैंग दूसरी गैंग के सुभाष को मारने की फिराक में थे। वह मेंबर अशोक की गैंग के गुर्गे की बहन को भगाकर ले गया था। गिरफ्तार हुए आरोपियों को पता था कि वह अशोक अपने घर पर कैंपर गाड़ी लेकर आएगा। ऐसे में आरोपियों का प्लान था कि से उसकी गाड़ी लूटकर जान से मार देंगे। जिससे कि उसकी गैंग के अन्य सरगना के मन में डर पैदा होगा। आरोपी उन्हें भी जमानत पर बाहर आते ही मानने की प्लानिंग कर रहे थे।
प्रेसवार्ता में जानकारी देते हुए सीकर एसपी परिस देशमुख।
प्रेसवार्ता में जानकारी देते हुए सीकर एसपी परिस देशमुख।
अवैध खनन पर अपना एकाधिकार पाने सांसी गैंग के सरगना को मारा था
पुलिस के मुताबिक आरोपियों ने अरावली की पहाड़ियों में अवैध खनन पर अपना एकाधिकार करने की भी पूरी प्लानिंग कर रखी थी। आरोपी इसके लिए ज्वैलर्स की दुकान को भी लूटने वाले थे। गिरफ्तार हुई गैंग के सदस्य और विरोधी गैंग के सदस्य इलाके में अवैध खनन का काम करते हैं। दोनों ही गैंग के बीच पिछले लंबे समय से वर्चस्व की लड़ाई चली आ रही है। इसको लेकर दूसरी गैंग के लोगों ने 7 सितंबर को खाटूश्यामजी इलाके के गोवर्धनपुरा गांव में बारात में गए सांसी गैंग के रोशनलाल की गाड़ी को टक्कर मारी। इसके बाद किडनैप कर मारपीट के बाद उसे हाईवे पर डालकर चले गए। इलाज के दौरान 5 दिन में मौत हो गई। हालांकि इस मामले में पुलिस ने 7 दिन में ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था।
पहाड़ी इलाकों में रहते गैंग के सदस्य
दोनों ही गैंग से जुड़े लोग छिपने के लिए पहाड़ी इलाकों को ही अपना ठिकाना बनाते थे। रोशनलाल की मौत के बाद भी दो आरोपी सीकर के हर्ष इलाके में पहाड़ियों में छुपे हुए थे। वही आज गिरफ्तार हुई गैंग भी ज्यादातर पहाड़ी इलाकों में ही रहती थी। गौरतलब है कि सीकर में गैंग से जुड़े लोग पहाड़ी इलाकों को ही अपना ठिकाना बनाते हैं। बीते दिनों बीकानेर के मोमासर में हुई लूट के मामले में मक्खन मीणा और उसके साथी अजीतगढ़ के पहाड़ी इलाकों में ही रहते। आरोपियों की गिरफ्तारी में जीणमाता थानाधिकारी रिया चौधरी, डीएसटी इंचार्ज विरेंद्र, क्यूआरटी टीम इंचार्ज बीरबल राम सहित जीणमाता पुलिस, क्यूआरटी टीम और डीएसटी टीम का योगदान रहा। आरोपियों की गिरफ्तारी में कांस्टेबल रमेश कुमार और प्रेम कुमार की विशेष भूमिका रही।