सूचना एवं जनसम्पर्क कार्यालय दौसा एवं दौसा प्रेस क्लब के संयुक्त तत्वाधान में राष्ट्रीय हिन्दी पर विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया।
विचार गोष्ठी को संबोधित करते हुये सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग के उप निदेशक रामजी लाल मीना ने कहा कि हिन्दी भाषा को 14 सितम्बर 1946 को संविधान सभा द्वारा अधिकारिक भाषा का दर्जा प्राप्त हुआ था। इसके बाद तत्कालीन प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू द्वारा संसद भवन में 14 सितम्बर 1953 को अधिकारिक रूप से हिन्दी दिवस मनाने की घोषणा की गई। उन्होने कहा कि हिन्दी जन-जन की भाषा बने इसके लिए हमें दैनिक व्यवहार में अधिकाधिक शुद्ध हिन्दी का प्रयोग करना चाहिए एवं विज्ञान, तकनीकी के क्षेत्रों मे उच्च कोटि के ग्रंथ हिन्दी भाषा में सुलभ हो ऎसे सकारात्मक प्रयास निरन्तर करने चाहिए।
इस अवसर पर वरिष्ठ पत्रकार एवं प्रेस क्लब दौसा के अध्यक्ष सुरेश कमावत ने कहा कि हिन्दी हिन्दुस्तान की मातृभाषा ही नहीं यह राष्ट्र कीअस्मिताऔर गौरव का भी प्रतीक है। उन्होने कहा कि हमें हिन्दी भाषा का अधिक से अधिक उपयोग करने व व्यापक स्तर पर प्रचार प्रसार करना होगा।उन्होने हिन्दी भाषा के इतिहास, व्याकरण, शब्दकोष, साहित्यकारों, गीत-संगीतकारों, चलचित्रों छविगृहों का हिन्दी भाषा के लिए योगदान पर चर्चा करते हुए हिन्दी भाषा की उदारता एवं ग्रहणशीलता पर प्रकाश डाला।
विचार गोष्ठी में पत्रकार विनोद पाराशर,एचएन पांडे,विष्णु आशीर्वाद,हेमन्त शर्मा,अशोक शर्मा,जितन्द्र शास्त्री,जसवीर सिंह गुर्जर,लक्ष्मीकांत शर्मा,रमेश शर्मा,कमलेश शर्मा व मनीष रांझणा सहित अन्य पत्रकार एवं कार्यालय के कार्मिक उपस्थित थे।