राजस्थान | इटावा में मौसमी बीमारियां पैर पसारने लग जाती हैं। इटावा अस्पताल में मौसम में बदलाव के कारण मरीजों में इजाफा हुआ है। बच्चों के साथ ही युवा, बुजुर्ग और महिलाएं भी वायरल के साथ ही खांसी, जुकाम बुखार जैसी बीमारियों से पीड़ित अस्पताल में आने लगे हैं।
सामान्य दिनों में 450 से 600 तक रहने वाली ओपीडी, अब 1135 तक पहुंच चुकी है। इनमें से ज्यादातर मरीज करीब सर्दी-खांसी और बुखार से पीड़ित अस्पताल में पहुंच रहे हैं। मरीजों की संख्या अधिक होने के कारण पर्ची बनवाने में ही काफी समय लग रहा है। डॉक्टर के लिए इंतजार में काफी देर तक लाइनों में खड़ा रहना पड़ता है।
डॉ. आर सी मीणा ने बताया कि बुखार, खांसी, जुकाम से लोग पीड़ित हो रहे हैं। लोगों को चाहिए कि अपने आसपास गंदगी नहीं होने दें। कूलर का पानी भी नियमित बदलते रहें, एसी का प्रयोग कम किया जाए। ठंडी चीजें कम खाए और ठंडे कमरे या एसी के कमरे से निकलकर अचानक धूप में न जाएं। कुछ देर कमरे से बाहर छांव में खड़े रहकर शरीर का तापमान सामान्य करना चाहिए, ताकि मौसमी बीमारियों से कुछ हद तक बचा जा सके।